करीब पिछले एक महीने से देशभर में प्याज के दाम काफ़ी बढ़े हुए हैं। देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों में प्याज के भाव 50-60 से 100 रुपए प्रतिकिलो तक हो गए। प्याज के लगातार बढ़ते दामों ने गरीब और मध्यम वर्ग परिवारों को रुला दिया है। लेकिन अब प्याज के आसमान छूते दामों को थामने के लिए केन्द्र सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। इसके भाव में जल्द ही कमी आ सके, इसके लिए सरकार तेजी से आयात के जरिए आपूर्ति बढ़ा रही है।
कई देशों से आयात किया गया 2500 टन प्याज भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच चुका है। इसके अलावा 3000 टन जल्द ही पहुंच जाएगा। बंदरगाह से इसे खुदरा बाजार में भेजने का काम भी शुरु हो गया है। उम्मीद की जा रही है कि इससे प्याज की कीमतों में काफ़ी कमी आएगी और लोगों को इससे राहत मिलेगी।
मिस्त्र और नीदरलैंड से बंदरगाह पहुंचा प्याज
कृषि मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, देश में 2500 टन प्याज पहले ही भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच चुका है। ये प्याज कुल 80 कंटेनर में आया है, जिसमें 70 कंटेनर मिस्र से और 10 कंटेनकर नीदरलैंड से आए हैं। इसके अलावा 3000 टन प्याज 100 कंटेनरों में हाई सी के जरिए आ रहे हैं। इसे जल्द ही भारतीय बंदरगाहों पर उतार दिया जाएगा।
बता दें कि देश में अनियमित बारिश की वजह से प्याज की आपूर्ति में कमी आई है, जिससे इस साल 30 से 40 फीसदी उत्पादन कम होने का अनुमान है। इसकी वजह से देश के कई हिस्सों में प्याज की कीमतें काफ़ी बढ़ गई हैं। कई जगह खुले में प्याज 100 रुपये प्रति किलो के पार हो गया है। हालांकि, गुरुवार को कई जगह प्याज की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। कई शहरों में प्याज 60 से 70 रुपए किलो बिका।
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उल्लेखनीय है कि हाल में उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने घोषणा की थी कि केन्द्र सरकार प्याज के आयात व इसकी प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए पूरी सहायता करेगी। इसके साथ ही मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया था कि भारत जल्द ही दूसरे देशों से प्याज की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। कई देशों से जहाज के जरिए प्याज भारतीय बंदरगाहों तक पहुंच चुका है लेकिन मार्केट तक आने में इसे अभी दो-तीन दिन और लग सकते हैं। इसके बाद प्याज के दामों में काफ़ी हद तक कमी आ जाएगी।