कोरोना संकट के बीच आम आदमी के लिए खुशी की खबर ये है कि अब प्राइवेट लैब्स और हॉस्पिटल में कोरोना टेस्ट मुफ्त में कराया जा सकता है। केंद्र सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, प्राइवेट लैब्स और हॉस्पिटल में होने वाला कोरोना टेस्ट आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत किया जाएगा। यानी इस योजना के लाभार्थियों का इलाज और टेस्ट नि:शुल्क हो सकेगा। देश के सरकारी अस्पतालों में कोरोना की टेस्टिंग और इलाज पहले से ही फ्री है। सरकार की इस योजना से करीब 50 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा।
आयुष्मान भारत योजना में शामिल होगा खर्च
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के किसी लाभार्थी में कोरोना संक्रमण की आशंका जताई जाती है और उसे किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में आइसोलेशन में रहना पड़ता है, तो इसका सारा खर्च भी आयुष्मान भारत योजना में शामिल होगा। प्राइवेट लैब्स में यह टेस्ट इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर के दिशा-निर्देशों के अनुसार किए जाएंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘इस संकट की घड़ी में हमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में निजी क्षेत्र को महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में सक्रिय रूप से शामिल करना होगा। आयुष्मान भारत योजना के तहत परीक्षण और इलाज उपलब्ध कराने में प्राइवेट हॉस्पिटल और लैब को शामिल करके हमारी क्षमताएं काफी बढ़ जाएंगी और गरीबों पर इस बीमारी का असर कम होगा।’
Read More: कनिका कपूर की सेहत में सुधार, कोरोना जांच रिपोर्ट आई नेगेटिव
कुछ राज्यों ने अपने यहां लागू नहीं की योजना
जानकारी के लिए बता दें कि पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और ओडिशा की सरकारों ने अपने राज्य में आयुष्मान भारत योजना को अब तक लागू नहीं किया है। केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 से ही इस योजना को लागू किया है। इससे पहले दिल्ली सरकार यह कहकर इस योजना का विरोध करती रही थी कि उसके पास पहले ही आयुष्मान योजना से बेहतर योजनाएं हैं। आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की ओर से वंचित तबके के लिए शुरू की गई एक स्वास्थ्य बीमा योजना है। उल्लेखनीय है कि यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसके तहत पात्र परिवार को सालाना 5 लाख का बीमा कवर मिलता है।