देश में एक तरफ जहां कोरोना वायरस को लेकर भय का माहौल बना हुआ है तो इधर मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया व उनके समर्थक विधायकों के इस्तीफे से कमलनाथ सरकार पर संकट से राजनीति गरमाई हुई है। ऐसे में मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ का भी एक बयान आया है जिसमें उन्होंने विपक्षी कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि एमपी में नहीं बल्कि यहां की राजनीति में कोरोना वायरस है।
राज्यपाल से मिले सीएम कमलनाथ, पत्र सौंपकर की ये मांग
एमपी सीएम कमलनाथ ने राजभवन जाकर राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की है। कमलनाथ ने राज्यपाल से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा जिसमें आगामी विधानसभा सत्र में अध्यक्ष की ओर से निर्धारित तिथि पर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। पत्र के जरिये कमलनाथ ने बेंगलुरू में मौजूद बागी कांग्रेस विधायकों की रिहाई सुनिश्चित करवाने की भी राज्यपाल से मांग की है। कमलनाथ ने कहा कि वह बहुमत परीक्षण के लिए तैयार हैं और आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की ओर से चल रही विधायकों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाई जाए।
इधर मंत्री की बेंगलुरू में पुलिस से झडप, हिरासत में लेने का आरोप
एमपी सरकार के मंत्री जीतू पटवारी की बेंगलुरू में पुलिस से कहासुनी,झडप का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ समर्थक मंत्री जीतू पटवारी जब बागी कांग्रेस विधायकों को मनाने व वापस लाने के लिए बेंगलुरू पहुंचे तो वहां मंत्री की पुलिस से झडप हो गई। इधर एमपी कांग्रेस ने बेंगलुरू पुलिस पर मंत्री जीतू पटवारी व लखन सिंह को अपनी हिरासत में लेने का आरोप भी लगाया है।
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भोपाल में कांग्रेस पर बरसे सिंधिया
इधर भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार भोपाल पहुंचे भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारियों द्वारा भव्य स्वागत किया। इस दौरान भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान सिंधिया जमकर कांग्रेस पर बरसे और कहा कि अगर सिंधिया परिवार को ललकारा गया है तो सिंधिया परिवार चुप नहीं रहेगा।
सिंधिया ने राज्यसभा के लिए भरा पर्चा
शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा की तरफ से राज्यसभा के लिए पर्चा भर दिया। इस दौरान पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान,केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा आदि भाजपाई मौजूद रहे।