शरीर के लिए कितनी जरूरी है नॉर्डिक डाइट पढ़िये…

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अपनी बिजी जिंदगी में हेल्थ को नजरअंदाज करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। भले ही आज के समय में लोग हेल्थ कॉन्शियस हो गए है, मगर हेल्दी डाइट को अपनाना आज भी उनके लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। जहां अपनी बॉडी से एक्स्ट्रा फैट घटाने के लिए लोग दिन रात जिम में पसीना बहाते नजर आते है तो वहीं कुछ अपनी डाइट में हेल्दी फूड मिस कर जाते है, जिससे उन्हें पूरा पोषण नहीं मिल पाता। यही वजह है कि शरीर में आवश्यक तत्वों की कमी और जंक फूड, फास्ट फूड पर निर्भरता उन्हें घातक बीमारी का शिकार बना देता है। ऐसे में जरूरी है कि हम किसी डाइट एक्सपर्ट की सलाह लें साथ ही हमारे खाने पर थोड़ा ध्यान दिया जाए। हेल्दी रहने के लिए जरुरी है एक हैल्दी डाइट को फॉलो करना। वैसे आजकल लोग फिटनेस को लेकर सेलिब्रिटी से काफी प्रभावित हो रहे हैं। उनके डाइट रुटीन को अपनी लाइफ स्टाइल में फॉलो भी कर रहे है। जो ना सिर्फ बीमारियों को दूर रखती है बल्कि इम्यून पॉवर, स्टैमिना भी बढ़ाती है।

फिटनेस के लिए लोग जहां एक्सरसाइज, योगा का सहारा लेते है तो वहीं बदलते दौर में आजकल कीटो डाइट, मेडिटेरेनियन डाइट, नॉर्डिक डाइट, स्नेक डाइट लोगों के बीच खासी लोकप्रिय हो रही है। इनमें सबसे अधिक लोग नॉर्डिक डाइट को फॉलो कर रहे है। आइए आपको बताते हैं नॉर्डिक डाइट है क्या और कैसे यह हमारे लिए फायदेमंद है।

क्या है नॉर्डिक डाइट

 

नॉर्डिक डाइट में नॉर्डिक देशो में खाया जाने वाला भोजन शामिल होता है। जो नॉर्डिक देश नॉर्वे, डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड और स्वीडन में पाई जाती है। जिनमें बेहद कम फैट होता है। इस डाइट में फाइबर, हरे पत्तेदार सब्जियां, मशरूम, सीफूड में सैमन, सार्डाइन, मैकेरल, हिलसा मछली शामिल है। कुल मिलाकर यह डाइट पूरी तरह से हेल्दी डाइट है जिसमें हरी सब्जियों, फाइबर युक्त खाने को तवज्जों दी गई है। मगर इस डाइट में रेड मीट और अन्य फैटी चीजों को शामिल नहीं किया गया है। नॉर्डिक डाइट में खाना कैनोला और रेपसीड तेल (सफेद सरसों) में बनता है। जो काफी हेल्दी होता है।

सेहत पर असर

 

यह डाइट पूरी तरह से पोषणयुक्त है क्योंकि इस डाइट में कम चीनी और कम फैट की चीजें शामिल हैं, जो कई घातक बीमारियों के खतरे को कम करता है। नॉर्डिक डाइट में नट्स, अनाज, होल ग्रेन ब्रेड, जौ और राई जैसे पदार्थ शामिल हैं। जिनमें भरपूर कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पाई जाती है। नार्डिक देशों में होल ग्रेन से बने फूड मिलते है। जिनमें फाइबर, विटामिन, मिनरल, और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो दिल से जुड़ी बीमारी होने के खतरे को कम करते है। इस डाइट को फॉलो करने से डायबिटीज, मोटापा, दिल से संबधित बीमारियों का खतरा कम रहता है।

इस डाइट को मद्देनजर रखकर डब्लयूएचओ ने भी इसकी कैंसर, डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में सराहना की है।

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