कोरोना महामारी के संकट के बाद देश में पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया। इसके बाद लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। अब कामगार लोग शहरों से अपने घरों की ओर लौटने रहे हैं। हालांकि, प्रशासन मजदूरों को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है। राजधानी दिल्ली से लाखों की संख्या में मजदूर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। इसी बीच मजदूरों का पलायन रोकने के लिए नोएडा प्रशासन ने इस बीच नोएडा प्रशासन ने जेपी यमुना एक्सप्रेसवे फ्लैट्स में प्रवासी मजदूरों को एक जगह पर ठहराने की योजना बनाई है।
मजदूरों को वेतन दिया जाना चाहिए: जिला मजिस्ट्रेट
प्रवासी मजदूरों को रोकने के लिए नोएडा प्रशासन ने जेपी यमुना एक्सप्रेसवे फ्लैट्स को टेक ओवर किया है। वहीं, नोएडा के जिला मजिस्ट्रेट का कहना है कि मजदूरों को अतिशीघ्र ही वेतन दिया जाना चाहिए। इसके अलावा नोएडा के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा है कि मजदूरों का वेतन रोका नहीं जाएगा। उन्हें पूरी सैलरी मिलेगी।
Read More: कोरोना से बिगड़ती अर्थव्यवस्था देख इस देश में वित्त मंत्री ने कर ली आत्महत्या
दरअसल, देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए हाल में प्रधानमंत्री मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया, जिसके बाद से देश के कई हिस्सों से गरीब और मजदूरों का पलायन देखने को मिल रहा है। यातायात के लिए साधन नहीं चलने के बावजूद मजदूर वर्ग के लोग पैदल ही अपने गांव कस्बों की ओर लौट रहे हैं। बता दें, भारत में कोरोना से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1 हजार से ज्यादा हो गई है, वहीं इससे मरने वालों की संख्या 29 है।