भारत सरकार ने देश में रह रहे अफगानिस्तान के नागरिकों को एक बड़ी राहत दी है। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि अफगानिस्तान के मौजूदा हालातों को देखते हुए भारत में रह रहे किसी भी अफगान नागरिक को बिना सरकार की मंजूरी के देश छोड़ने को नहीं कहा जाएगा। आपको जानकारी के लिए बता दें कि करीब 20 दिन पहले अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद नए शासकों के बदले की कार्रवाई से डरकर सैंकड़ों अफगान नागरिक भारत में शरण के लिए आ गए थे।
सभी श्रेणी के वीजा को पहले ही 30 सितंबर तक बढ़ाया
मालूम हो कि केंद्र सरकार ने ताज़ा फैसला उस घटना के बाद लिया है, जिसमें अफगानिस्तान की एक महिला सांसद रंगीना कारगर को वैध दस्तावेज होने के बावजूद दिल्ली एयरपोर्ट से वापस इस्तांबुल भेज दिया गया था। हालांकि भारत सरकार ने इस घटन पर बाद में खेद भी जताया था। साथ ही कहा था कि आगे से अफगान नागरिकों के साथ इस तरह की कोई घटना नहीं होगी।
गौरतलब है कि सरकार ने भारत में रह रहे अफगानिस्तान सहित सभी देशों के नागरिकों के सभी श्रेणी के वीजा को 30 सितंबर तक पहले ही बढ़ा दिया था। अफगान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां शरण लेने के लिए आवेदन करने वालों की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई।
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