लोकसभा पर इन दिनों देश के सबसे बड़े विवादित रक्षा सौदे पर बहस चल रही है, जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हर रोज सरकार पर तीखे हमले कर रहे हैं वहीं सरकार की ओर से वित्त मंत्री से लेकर रक्षा मंत्री तक सभी अपना पक्ष रख रहे हैं। हाल ही में निर्मला सीतारमण ने बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनके पास घमंड करने के लिए “खानदान” (वंशवाद) नहीं है।
इसके अलावा सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साधारण पृष्ठभूमि का भी जिक्र किया। सीतारमण ने कहा कि “पीएम गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं। वह कड़ी मेहनत के जरिए आज यहां तक पहुंचे हैं। मेरा सम्मान बरकरार है। पीएम ने मेरा सम्मान बरकरार रखा है। हम सभी सामान्य पृष्ठभूमि से आए हुए हैं।
हालाँकि, रक्षा मंत्री के ऐसा कहने के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने उनके परिवार यानि कि “खानदान” को लेकर उन्हें घेरना शुरू कर दिया।
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री के पिता एक रेलवे कर्मचारी थे, लेकिन उनके ससुराल वालों के राजनीतिक में काफी गहरे ताल्लुकात हैं।
“उनके पति एक राजनीतिक परिवार से आते हैं हालांकि उन्होंने किसी पद पर कोई सफल कार्यकाल नहीं बिताया। इसके अलावा उनके ससुराल वाले पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के साथ भी जुड़े हुए हैं।”
ससुराल
सीतारमण के पति परकला प्रभाकर कांग्रेस से जुड़े और पहली बार 1994 में और फिर 1996 में (उपचुनाव) आंध्र प्रदेश के नरसापुर से कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
प्रभाकर इसके बाद भाजपा में शामिल हो गए और 1998 का लोकसभा चुनाव नरसापुर से फिर लड़ा, लेकिन फिर से वो हार गए।
जब 2008 में सिने स्टार चिरंजीवी ने अपनी प्रजा राज्यम पार्टी बनाई, तो प्रभाकर उसमें शामिल हो गए, इसके तुरंत बाद ही उसे भी छोड़ दिया। फिर वो चंद्रबाबू नायडू सरकार के साथ क्म्यूनिकेशन एडवाइजर के तौर पर जुड़े। हालांकि, टीडीपी के एनडीए से अलग होने के बाद, उन्होंने पिछले साल जून में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि उनकी पत्नी “भाजपा की मंत्री” हैं।
सीतारमण के ससुर परकला शेषावतारम एक सफल राजनीतिज्ञ रहे थे और आंध्र प्रदेश सरकार में कांग्रेस कई बार उन्हें मंत्री बनाया था। सास परकला कलिकम्बा भी कांग्रेस की विधायक रही हैं।
तीखा हमला
रक्षा मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष पर “नरेंद्र मोदी” का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उन पर तीखा हमला किया था क्योंकि वे एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं।
उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री कहा जाता है, क्या आपने कभी माफी मांगी है? मैं एक साधारण पृष्ठभूमि से आती हूं। प्रधानमंत्री एक साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं लेकिन आपको उन्हें इस तरह से बुलाने का अधिकार किसने दिया? ”