नए साल पर दहशत की आतिशबाजी करना चाहते थे ये लोग , एनआईए ने धर दबोचा

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अगर वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते तो शायद आप या हममें से कोई एक नए साल का जश्न नहीं मना पाता। मगर देश की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी यानी एनआईए ने एक बार फिर से दहशतगर्दों के मंसूबो पर पानी फेर डाला है। एनआईए द्वारा हिरासत में लिए गए दहशतगर्दों से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं जिसके बाद इन सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है।

 

 

प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि पकड़े गए आतंकी राजधानी दिल्ली के बाजारों, कुछ जाने माने लोगों और प्रतिष्ठानों पर हमला करने की योजना बना रहे थे। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये लोग भीड़ भाड़ वाले इलाकों में बम धमाके और यहां तक की फिदायीन हमला करने की भी तैयारी कर रहे थे। एनआईए के आईजी ने आज प्रेसवार्ता कर बताया कि सभी आतंकी कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस के नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के तहत भारत में दहशतगर्दी का नया अध्याय लिखने वाले थे जिसमें मस्जिद के मौलवी से लेकर सिविल इंजीनियर जैसे पेशे में नौकरी करने वाले शख्स भी शामिल हुए हैं। गिरफ्तार 10 संदिग्धों में से 5 दिल्ली के जबकि 5 उत्तर प्रदेश के अलग अलग इलाकों के रहने वाले हैं।

बहुत कुछ तबाह कर सकते थे इनके ये सामान

बताया गया है कि एनआईए ने अलग अलग जगहों पर छापेमारी कर इन लोगों के पास से देसी रॉकेट लॉन्चर से लेकर सुसाइड जैकेट जैसी चीज बनाने में काम आने वाली सामग्री बरामद की है। गिरफ्तार 10 संदिग्धों में से 1 महिला भी शामिल है। ये 10 संदिग्ध आतंकी संगठन आईएसआईएस से काफी प्रभावित थे और विदेश में रहने वाले एक शख्स के संपर्क में थे। अपने विदेशी आका से संपर्क में रहने के लिए ये लोग वॉट्सएप और टेलिग्राम का इस्तेमाल किया करते थे। बताया गया है कि इस पूरे संगठन का मुखिया यूपी के अमरोहा का रहने वाला मौलवी सुहैल है जो यहां एक मस्जिद में मौलवी था वहीं एक गिरफ्तार अन्य लोगों में से एक युवक अमिटि यूनीवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग का कोर्स कर रहा था। बाकि लोगों में कोई आॅटो ड्राइवर, कोई दुकान का मालिक ऐसे लोग शामिल है जिनसे पूछताछ की जा रही है।

3-4 महीने पहले से ही हुए स​क्रिय

ये लोग तीन चार महीने पहले ही सक्रिय हुए थे और मॉड्यूल भी तभी शुरू हुआ था। इन संदिग्धों के पास से 100 से ज्यादा मोबाइल फोन, बहुत से लेपटॉप और 100 से ज्यादा सिमें बरामद हुई है।

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