भारत की सामाजिक उद्यमी और ‘गुण ऑर्गेनिक्स’ (GUNA Organics) की संस्थापक नेहा उपाध्याय को अमेरिका के प्रसिद्ध येल विश्वविद्यालय ने वर्ष 2019 वर्ल्ड फेलो के रूप में चुना है। वे दुनियाभर से चयनित 16 लोगों में शामिल है। वर्ल्ड फेलो इस प्रतिष्ठित संस्थान की वैश्विक नेतृत्व विकास पहल है। इन्हें 4 महीने की एकेडमिक और लीडरशिप की ट्रेनिंग दी जाएगी।
We're thrilled to announce the 2019 World Fellows! @Yale @Yale_OIA
Get to know them: https://t.co/fwifueGKeb pic.twitter.com/E88OpFKzgg— YaleWorldFellows (@WorldFellows) March 25, 2019
गुण ऑर्गेनिक्स की संस्थापक और महिला किसानों के लिए समर्पित
वर्ष 2014 में नई दिल्ली निवासी नेहा उपाध्याय ने ‘गुण ऑर्गेनिक्स’ नामक संस्था की स्थापना की जो ग्रामीण भारतीय महिला किसानों द्वारा उगाए शुद्ध ऑर्गेनिक खाद्य उत्पाद मुहैया कराती है।
येल विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर नेहा की प्रोफाइल के अनुसार, गुण का उद्देश्य ऑर्गेनिक खेती और सौर तकनीक के जरिए महिला किसानों को सशक्त बनाना है।
नेहा कई तरह की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों के लिए भी काम करती हैं। उन्होंने महिला और किसानों के लिए भी काम किया है। दिल्ली की रहने वाली नेहा
उपाध्याय ने मधुमेह, ऑटिज्म और ध्यान केंद्रित करने में होने वाली कठिनाई यानी एडीएचडी समेत विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से जूझ रहे बच्चों के साथ काम करने पर भी ध्यान केंद्रित किया है। उन्हें ब्रिटिश काउंसिल से भी पुरस्कार मिल चुका है और आईआईटी दिल्ली के उद्यमी उत्कृष्टता पुरस्कार समेत कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले हैं।
नेहा ने जीवन में कई उपलब्धियां अर्जित की है और उनके इन बेहतरीन कामों के लिए उन्हें ब्रिटिश काउंसिल की ओर से फ्यूचर लीडर्स कनेक्ट (2018) और सोशल इम्पैक्ट इंडिया (2017) अवॉर्ड मिल चुका है।
नेहा को आईआईटी दिल्ली के उद्यमी उत्कृष्टता पुरस्कार (2017) समेत कई अन्य पुरस्कार और अनुदान (ग्रांट) भी मिल चुके हैं। नेहा का उद्देश्य ऐसे स्वस्थ समाज का निर्माण करना है कि जहां महिलाएं और पुरुष जीवन के हर पहलू में एक-दूसरे की मदद करें और अपने अधिकारों का आनंद उठाएं।
विश्वविद्यालय ने साल 2002 में ‘वर्ल्ड फेलो’ कार्यक्रम शुरू किया था और हर वर्ष वे दुनिया नेहा उपाध्याय से पहले भारत से कुल 21 लोगों को येल विश्वविद्यालय ने अपनी फेलोशिप प्रदान कर सम्मानित किया है जिनमें बॉलीवुड अभिनेत्री नंदिता दास और अर्थशास्त्री एवं कार्यकर्ता चेतना सिन्हा आदि शामिल है।