बुलंदशहर हिंसा को लेकर नसीरूद्दीन शाह ने जो बयान दिया था उसको लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही हैं। विवाद बढ़ा और इसी को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को घेरने की कोशिश की थी और कहा था कि वे पीएम मोदी की अगुवाई वाली सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों से कैसे व्यवहार किया जाता है।
इस पर नसीर ने भी पलटवार करते हुए इमरान खान को लेकर कहा था कि वे अपने मुल्क की फिक्र करें। भारत 70 वर्षों से लोकतंत्र रहा है और हम जानते हैं कि हमें इसकी देखभाल कैसे करनी है।
विवाद यहीं नहीं रूका।
इमरान खान को जवाब देने के लिए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेसहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी सामने आए। इमरान खान ने भारतीय अल्पसंख्यकों को लेकर जो बयान दिया है उसको लेकर औवेसी ने ट्वीट किया है कि पाकिस्ता न के प्रधानमंत्री को भारत से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है, चाहे वह समावेशी राजनीति की बात हो या अल्पइसंख्यकों के अधिकारों की बात।
औवेसी ने कहा कि पाकिस्ता न के संविधान के अनुसार केवल कोई मुस्लिम नागरिक ही देश का राष्ट्रिपति हो सकता है। इसके विपरीत भारत में दलित समुदायों के भी कई राष्ट्रवपति हुए हैं।’ उन्होंिने दो टूक कहा, ‘अल्पहसंख्यतकों के अधिकार और समावेशी राजनीति पर खान साहब (इमरान खान) को हमसे सीख लेने की जरूरत है।
आपको बता दें कि नसीर ने कहा था कि देश में भीड़ बेकाबू हो रही है और उन्हें डर नहीं लगता गुस्सा आता है।इसके अलावा नसीर ने कहा था कि हर सही सोच रखने वाले आदमी को गुस्सा आना चाहिए। इस बात को लेकर नसीर का काफी टारगेट किया जा रहा है।