जैसा कि हम जानते हैं दुनिया भर के मुसलमान रमज़ान के पाक महीने में रोजा रखते हैं, इसी दौरान एक अच्छी खबर आई है जिसने एक बार फिर दिखाया है कि इंसानियत हमेशा अमर है। असम में एक व्यक्ति ने एक हिंदू को खून दान करने के लिए अपना रोजा तोड़ा। जी हां, 26 साल के पनाउल्ला अहमद ने खून की सख्त जरूरत के दौरान एक मरीज की मदद करने के लिए अपना रोजा तोड़ने का फैसला किया।
अहमद ने बताया कि अपनी ‘सेहरी’ के बाद आराम करते हुए, उसने देखा कि उनके रूममेट तपश भगवती को कुछ चिंता थी। भगवती, जो टीम ह्यूमेनिटी नामक राज्य की एक लोकप्रिय ब्लड डोनेशन ग्रुप का एक मेंबर है। भगवती को पिछली रात एक मरीज के बारे में कॉल आया था जिसे ओ-पॉजिटिव ब्लड की दो यूनिट की सख्त जरूरत थी।
अहमद और भगवती दोनों गुवाहाटी के स्वागत सुपर स्पेशियलिटी सर्जिकल अस्पताल में काम करते हैं और तुरंत एक अन्य अस्पताल में पहुंचे जहां किसी को ब्लड की जरूरत थी।
अहमद उसी दौरान ब्लड डोनेट करना चाहता था लेकिन वो जानना चाहता था कि क्या वह रोजा के दौरान ब्लड डोनेट कर सकता है ? उसे मेडिकल टीम ने बताया गया कि वह रोजा के दौरान ब्लड डोनेट नहीं कर सकता है।
अब अहमद ने उसकी मदद करने का फैसला कर ही लिया था तो ब्लड देने के लिए अपना रोजा वहीं तोड़ा।
ब्लड डोनेट करने के बाद अहमद ने कथित तौर पर कुछ मौलवियों से भी इस बारे में बात की, जिन्होंने उन्हें ऐसे ही आगे बढ़ने और किसी अन्य व्यक्ति की ज़रूरत में मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया।
सोशल मीडिया पर अहमद की जमकर तारीफ हो रही है।