बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के मौके पर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने कई अल्पसंख्यक हिंदुओं के पूजा पंडालों पर हमला बोला और मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की। बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। काउंसिल ने अपने ट्वीट में कहा, ’13 अक्टूबर 2021, बांग्लादेश के इतिहास में एक निंदनीय दिन था। अष्टमी के दिन मूर्ति विसर्जन के मौके पर कई पूजा मंडपों में तोड़फोड़ की गई। हिंदू अब पूजा मंडपों की रखवाली कर रहे हैं। आज पूरी दुनिया चुप है। मां दुर्गा अपना आशीर्वाद दुनिया के सभी हिंदुओं पर बनाए रखें। कभी माफ न करें।’
https://twitter.com/UnityCouncilBD/status/1448306359728963584
उन सभी मुसलमानों का धन्यवाद जो हिंदुओं के साथ खड़े रहे
बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद ने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘बांग्लादेश में अच्छे मुसलमान अभी भी जिंदा हैं इसीलिए हम जिंदा हैं। उन सभी मुसलमानों का धन्यवाद जो हिंदुओं के साथ खड़े रहे। हम इस्लाम का भी सम्मान करते हैं। हम कुरान से भी प्यार करते हैं। इस्लाम कभी इसका समर्थन नहीं करता।’ हिंदू यूनिटी काउंसिल ने आगे कहा कि हम बांग्लादेश में अपने मुस्लिम भाइयों के साथ सद्भाव से रहना चाहते हैं। इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि सोशल मीडिया पर भी यह मामला ट्रेंड कर रहा है, जिस पर हजारों की संख्या में यूजर्स कड़ी प्रतिक्रिया दे चुके हैं।
धार्मिक मंत्रालय ने की शांति बनाए रखने की अपील
मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा दुर्गा पूजा पंडालों में उपद्रव मचाने के बाद बांग्लादेश छात्र लीग ने एक प्रेस रिलीज जारी कर अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से पूजा मंडप में रहने के लिए कहा है। इन घटनाओं के संबंध में बांग्लादेश के धार्मिक मंत्रालय ने भी एक बयान जारी किया है। मंत्रालय ने सभी से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
वहीं, बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद ने गुरुवार को अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘हम एक ट्वीट में नहीं बता सकते कि पिछले 24 घंटों में क्या हुआ। बांग्लादेश के हिंदुओं ने कुछ लोगों का असली चेहरा देखा। हमें नहीं पता कि भविष्य में क्या होगा। लेकिन बांग्लादेश के हिंदू कभी 2021 की दुर्गा पूजा नहीं भूलेंगे।’
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