मुंबई पुलिस ने एंटीलिया मामले में आरोपी सचिन वाजे को पुलिस सेवा से किया बर्खास्त

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मुंबई के बहुचर्चित एंटीलिया केस में आरोपी और पुलिस अधिकारी सचिन वाजे पर मुंबई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। दरसअल, मुंबई पुलिस ने निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को मंगलवार को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया। आपको जानकारी के लिए बता दें कि सचिन वाजे को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक सामग्री से लैस कार मिलने और कारोबारी मनसुख हिरन की मौत के मामले में बतौर आरोपी गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसके खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई।

एनआईए ने 13 मार्च को गिरफ्तार किया था वाजे को

एनआईए ने मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को एंटीलिया स्कॉर्पियो कांड में 13 मार्च को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उससे 27 दिन लंबी पूछताछ चली, जिसमें एनआईए को जिलेटिन विस्फोटक की छड़ों से भरी स्कॉर्पियो को अंबानी के आवास एंटीलिया के पास लावारिस हालत में खड़ी करने के पीछे की पूरी कहानी पता चली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम ने अब तक यह बात सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, वाजे की योजना कुछ बदमाशों को उठाकर उनका एनकाउंटर करने की थी। इसके बाद सचिन वाजे स्कॉर्पियो खड़ा करने का आरोप इन बदमाशों के सिर डालकर वाहवाही लूटना चाहता था।

जानकारी के मुताबिक, एनकाउंटर औरंगाबाद से चोरी की गई मारुति इको कार में किया जाना था। एनआईए को शक है कि इस एनकाउंटर में मनसुख के अलावा दिल्ली के एक बदमाश को भी मारने की योजना थी। गौरतलब है कि एक समय मुंबई पुलिस के नामी पुलिस अधिकारियों में रहा सचिन वाजे लंबे समय तक निलंबित रहने के कारण चर्चा से बाहर था। इस एनकाउंटर के जरिये वह दोबारा वही दर्जा हासिल करना चाहता था, लेकिन वाजे की योजना सफल होने से पहले ही केस को एनआईए ने अपने हाथ में ले लिया और उसका सारा खेल खराब हो गया।

एंटीलिया के बाहर विस्फोटक की बरामदगी से शुरू हुआ केस

बता दें कि 24-25 फरवरी की रात के बीच दक्षिण मुंबई के पैडर रोड स्थित एंटीलिया के बाहर एक स्कॉर्पियो गाड़ी लावारिस खड़ी मिली थी। 25 फरवरी की दोपहर में पुलिस ने कार से 20 जिलेटिन विस्फोटक की छड़ें बरामद की थीं। इस मामले की जांच उस समय मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने अपने हाथ में ले ली थी। मामला देश के सबसे बड़े उद्योगपति से जुड़ा होने के कारण बाद में जांच एनआईए ने अपने हाथ में ले ली। 5 मार्च को इस संदिग्ध स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव बरामद हुआ था।

इसके बाद महाराष्ट्र एटीएस ने बिजनेसमैन मनसुख की हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। एनआईए ने 13 मार्च को मुंबई पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया। मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के आते ही बाद में दोनों मामलों की जांच एनआईए को ही सौंप दी गई।

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