टीम इंडिया के पूर्व कप्तान, विश्व के बेस्ट मैच फिनिशर रहे व ‘कैप्टन कूल’, ‘माही’ जैसे उपनामों से क्रिकेट की दुनिया में मशहूर महेन्द्र सिंह धोनी (एम.एस. धोनी) आज 7 जुलाई को अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। एमएस धोनी का जन्म वर्ष 1981 में झारखंड राज्य तब बिहार के रांची में हुआ था। उनके पिता का नाम पान सिंह और माता का नाम देवकी देवी हैं। धोनी के बड़े भाई नरेन्द्र सिंह पाॅलिटिशियन है। वहीं, उनकी बहन का नाम जयंती धोनी गुप्ता है। एमएस धोनी का परिवार मूल रूप से उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले के लामगढ़ ब्लाॅक से आता है।
उनके पैतृक गांव का नाम लवाली है। वर्षों पहले धोनी के पिता पान सिंह उत्तराखंड छोड़कर जाॅब के सिलसिले में झारखंड आ गए थे, फिर यही के होकर रह गए। यहां मेकाॅन कंपनी में बतौर जूनियर मैनेजमेंट कार्य किया। महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2010 में साक्षी सिंह से विवाह किया, जिनसे उन्हें एक बेटी जीवा है। बर्थडे के इस ख़ास अवसर पर जानिए पूर्व भारतीय दिग्गज क्रिकेटर महेन्द्र सिंह धोनी के बारे में कुछ अनसुनी बातें…
सात अंक के साथ धोनी का अटूट रिश्ता
एमएस धोनी का सात अंक के साथ अटूट रिश्ता रहा है। उनका जन्मदिन 7 जुलाई को आता है। एक बार धोनी ने सात अंक के साथ अपने जुड़ाव को दुनिया के सामने बयां भी किया। धोनी ने कहा था कि जब वह पहली बार भारतीय टीम के साथ केन्या दौरे पर गए थे, तब अपने लिए जर्सी नंबर ढूंढ रहे थे। उस समय सात नंबर किस्मत से खाली था और वह उन्हें मिल गया। उसके बाद धोनी का मानो तो इस अंक के साथ एक गहरा रिश्ता सा जुड़ गया।
संयोग की बात यह भी है कि उनका जन्म साल के सातवें महीने के सातवें दिन ही हुआ। धोनी की जर्सी का नंबर सात है, साथ ही उनकी हर बाइक और सभी कारों का नंबर भी सात ही है। यही नहीं धोनी ‘सेवन’ ब्रांड के एक परफ्यूम और डीओ के ब्रांड एंबेसेडर भी हैं। इसके अलावा धोनी की ‘फिटसेवन’ नाम से देश-विदेश में जिम चेन है और ‘सेवन’ नाम से ही उनकी क्लॉथ व शूज बनाने वाली कंपनी है।
आईसीसी के तीन सबसे बड़े इवेंट जीताने वाले पहले कप्तान
महेन्द्र सिंह धोनी क्रिकेट की दुनिया के एकमात्र ऐसे कप्तान है जिन्होंने आईसीसी के तीन बड़े इवेंट टी-20, विश्व कप और चैंपियंस ट्राॅफी जीती है। एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने वर्ष 2007 में टी-20 विश्व कप, वर्ष 2011 में वर्ल्ड कप और वर्ष 2013 में चैंपियंस ट्राॅफी पर कब्जा जमाया। कॅरियर की शुरुआत में टिकट कलेक्टर बने धोनी बाद में भारत के लिए ट्रॉफी कलेक्टर बन गए।
स्वभाव से बहुत कूल इंसान हैं धोनी
माही के स्वभाव की बात की जाए तो वह बहुत विनम्र इंसान है। इस का एक उदाहरण यह है कि एक टी-20 मैच में वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे, लेकिन ड्रिंक्स लेकर बीच मैदान में पानी पिलाने चले गए। क्रिकेट की दुनिया में ऐसी घटना कम ही बार देखने को मिलती है। जब सीनियर प्लेयर और पूर्व कप्तान पानी पिलाने मैदान पर चले जाए। धोनी जब अपना पद्म-भूषण पुरस्कार लेने पहुंचे तो हर कोई हैरान रह था, क्योंकि वह क्रिकेटर की ड्रेस में नहीं बल्कि, सेना के अफसर की वर्दी पहनकर वहां पहुंचे थे। लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी ने भी वर्दी का पूरा सम्मान रखा और बाकायदा पूरी ड्रिल करते हुए राष्ट्रपति के पास पहुंचे। पहले उन्हें सेल्यूट किया और फिर सम्मान लिया।
ऐसा रहा एमएस धोनी का करियर
एमएस धोनी ने 350 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की 297 पारियों में 10,773 रन बनाए, जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। वनडे में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 183 रन है। धोनी 98 टी-20 मैचों की 85 पारियों में 1617 रन बनाए और दो अर्धशतक भी लगाए। अगर टेस्ट मैचों की बात करें तो महेन्द्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट मैचों की 144 पारी में 4876 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 6 शतक और 33 अर्धशतक जड़े। भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक एम. एस. धोनी ने 15 अगस्त, 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
हालांकि, उन्होंने आईपीएल में खेलना जारी रखा। इंडियन प्रीमियर लीग की बात करें तो धोनी लंबे समय से चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) टीम के कप्तान बने हुए हैं। एमएस धोनी अपनी कप्तानी में आईपीएल फ्रेंचाइजी सीएसके को तीन बार चैंपियन बना चुके हैं। धोनी ने अपने अबतक के आईपीएल करियर 234 मैचों की 206 पारियों में 4978 रन बनाए हैं, जिसमें 24 अर्धशतक भी शामिल हैं। इस लीग में उन्होंने 39.2 के औसत से रन बनाए हैं।
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