बंगाल में इन दिनों चुनाव चलने के साथ और भी बहुत कुछ चल रहा है। जहां एक तरफ भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच जुबानी जंग उबाल पर है वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मीम विवाद ने भी वहां का पारा चढ़ा दिया है।
मीम विवाद में ताजा अपडेट यह है कि मीम शेयर करने वाली बीजेपी की युवा कार्यकर्ता प्रियंका शर्मा आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने माफी मांगने की शर्त के साथ जमानत दे दी है। कानूनी दावपेंचो में जहां मामला सुलझता दिखाई दे रहा है वहीं राजनीतिक गलियारों में इसकी सुगबुगाहट अब भी है।
हुआ क्या था ?
बॉलीवुड हीरोइन प्रियंका चोपड़ा कुछ दिनों पहले विदेश में होने वाले चर्चित मेट गाला इवेंट में शिरकत करके आई थी जिसके बाद उनका लुक सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था। लोग मीम बनाकर मौज लूट रहे थे। इसी बीच बीवाईजेएम कार्यकर्ता प्रियंका शर्मा इस फोटो के साथ ममता बनर्जी का मीम बनाकर सोशल मीडिया पर चिपका दिया।
दीदी की यह फोटोशॉप्ड तस्वीर वायरल होने के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इसको लेकर कड़ी आपत्ति जाहिर की और प्रियंका शर्मा के खिलाफ केस ठोक दिया।
कोलकाता पुलिस ने मामले को सीरियसली लेते हुए 10 मई को प्रियंका को आईपीसी की धारा 500 (मानहानि), और आईटी एक्ट की धारा 66 ए (आपत्तिजनक सामग्री) और 67 ए (यौनिकता के साथ फैलाई गई सामग्री) के तहत गिरफ्तार कर 14 दिनों की हिरासत में भेजा दिया।
फिर प्रियंका शर्मा ने क्या किया ?
प्रियंका शर्मा ने वकील किया जिन्होंने मामले पर तत्काल सुनवाई की मांग रखी लेकिन बंगाल में कुछ कारणों से कानूनी कामकाज ठप होने के कारण उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
प्रियंका पर लगी धाराओं को लेकर उनके वकील नीरज किशन कौल कहते हैं कि मानहानि का मुकदमा तभी चलेगा जब शिकायतकर्ता खुद ममता बनर्जी हों। वहीं धारा 67ए वैध नहीं है क्योंकि फोटो में किसी तरह की यौनिकता नहीं है।
आखिरकार सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि इस तरह के मीम शेयर करने से बचना चाहिए। जिसके बाद कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा प्रियंका को जमानत दे दी और ममता बनर्जी से माफी मांगने के आदेश दिए।
अभिव्यक्ति की आजादी पर बहस फिर शुरू
पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर जहां पहले से ही भाजपा व तृणमूल कांग्रेस में जुबानी और जमीनी टकराव जारी है। मीम विवाद होने के बाद दोनों के बीच खाई और गहरी हो गई है। बीजेपी इस मामले को अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला और इमरजेंसी जैसे हालात बता रही है।
अब प्रियंका शर्मा के माफी मांगने के बाद क्या संदेश जाएगा और इसका किस पार्टी को वोट में फायदा होगा यह तस्वीर 23 मई को ही साफ होगी।