एवरेस्ट फतह करने के साथ स्कूबा डाइविंग करने वाली पहली महिला बनी मेघा परमार

Views : 1722  |  3 minutes read
Megha-Parmar-World-Record

मध्य प्रदेश की मेघा परमार ने स्कूबा डाइविंग कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। वे माउंट एवरेस्ट फतह करने के साथ ही स्कूबा डाइविंग में सफल होने वालीं दुनिया की पहली महिला बन गई हैं। हाल ही में मेघा ने 147 फीट (45 मीटर) की टेक्निकल स्कूबा डाइविंग कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। मेघा अब विश्व की पहली महिला बन गई हैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट को फतह किया है और साथ-साथ टेक्निकल स्कूबा डाइविंग में समुद्र के अंदर 45 मीटर की गहराई तक डाइव की है।

अबतक चार महाद्वीप फतह कर चुकी हैं परमार

मेघा परमार विश्व की पहली महिला हैं, जिन्होंने 4 महाद्वीप के शिखरों को फतह किया है। वे मध्य प्रदेश शासन के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी हैं। सिहोर जिले की रहने वालीं मेघा परमार ने 2019 में माउंट एवरेस्ट फतह किया था और प्रदेश की पहली महिला बनी थीं। मेघा परमार ने ये रिकॉर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान को समर्पित किया है।

Megha-Parmar

मेघा ने अर्जेटीना के कोच से ली ट्रेनिंग

स्कूबा डाइविंग के लिए मेघा परमार बीते डेढ़ साल तैयारी कर रहीं थीं। उन्होंने हर दिन 8 घंटे प्रैक्टिस की और कुल 134 बार डाइविंग की। मेघा परमार ने बताया कि मेरे पास भारत से बाहर जाकर ट्रेनिंग करने का विकल्प था, क्योंकि भारत में इसके लिए कोच नहीं मिलते इसलिए अर्जेंटीना से कोच वॉल्टर को भारत बुलाया गया। उन्होंने कहा कि इस सफलता के पीछे मैं ईश्वर की शक्ति और सभी स्पॉन्सर का धन्यवाद करती हूं, जिनके माध्यम से यह संभव हुआ है।

उन्होंने बताया कि जब मैंने माउंट एवरेस्ट पर मध्य प्रदेश की बेटी के रूप में तिरंगा झंडा फहराया तो उस वक्त मन में संकल्प लिया था कि एक दिन देश की बेटी बनकर तिरंगा लहराऊं। मेरे मन में था कि पर्वत चढ़ लिया लेकिन अब समुद्र की गहराई में जाकर तिरंगा लहराऊं। मुझे पता चला कि इसके लिए टेक्निकल स्कूबा डाइविंग करनी पड़ेगी, जो बहुत कठिन होती है। लेकिन मेरे मन में दृढ़ संकल्प था, जिसे मैं अपनी मेहनत से पूरा करना चाहती थी।
स्कूबा डाइविंग के लिए मेघा परमार ने हर दिन 8 घंटे प्रैक्टिस की।

Read Also: एमएस धोनी ने छोड़ी सीएसके की कप्तानी, रवींद्र जडेजा बने टीम के नए कप्तान

COMMENT