कौन हैं मीनल दखावे भोंसले जो कोरोना के बीच अचानक से चर्चा में है?

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कोरोना वायरस से खिलाफ लड़ने के लिए भारत ने स्वेदशी टेस्ट किट ईजाद कर ली है। इसके बाद अब देश इस खतरनाक वायरस से और मजबूती से लड़ सकेगा। स्वदेशी कोरोना टेस्ट किट को एक महिला वायरोलॉजिस्ट ने तैयार किया है। उनका नाम है मीनल दखावे भोंसले। उन्होंने अपनी बच्ची को जन्म देने से महज 4 घंटे पहले ही टेस्ट किट तैयार की। दरअसल, मीनल उस मायलैब डिस्कवरी की रिसर्च और डेवलपमेंट प्रमुख हैं, जिसने भारत में सबसे पहले कोरोना वायरस टेस्ट किट तैयार की है। उन्होंने अपनी गर्भावस्था के दौरान ही फ़रवरी माह में टेस्टिंग किट प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया था।

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मायलैब डिस्कवरी बेचेगी कोरोना टेस्टिंग किट

हाल ही में मायलैब डिस्कवरी को भारत सरकार से टेस्टिंग किट तैयार करने और उसकी बिक्री की अनुमति मिली है। बता दें, यह देश की पहली ऐसी फर्म है, जो कोरोना वायरस किट बेचेगी। मायलैब द्वारा तैयार इस किट की कीमत 1200 रुपए है। हर किट से 100 सैंपल की जांच की जा सकती है। यानी इस किट से सैंपल को जांच करने का खर्च केवल 12 रुपए होगा, जबकि विदेशी किट की कीमत 4500 रुपए है।

मीनल दखावे भोंसले ने हाल में एक मीडिया चैनल को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने कोरोना वायरस टेस्ट किट तैयार करने की पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि 18 मार्च को टेस्टिंग किट की परख के लिए इसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) को सौंपा गया। उसी शाम को यानी डिलीवरी के लिए अस्पताल जाने से पहले मीनल ने इस किट के प्रस्ताव को भारत की फ़ूड एंड ड्रग्स कंट्रोल अथॉरिटी(सीडीएससीओ) के पास व्यवसायिक मंजूरी के लिए भेजा था। इसके कुछ घंटों बाद ही उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया।

बता दें, मीनल मूल रूप से महाराष्ट्र के पुणे शहर की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती श‍िक्षा अहिल्यादेवी हाईस्कूल से ली। इसके बाद पुणे यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉली में भी काम किया। फिलहाल वे मायलैब डिस्कवरी की रिसर्च और डेवलपमेंट प्रमुख हैं।

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मात्र 2 घंटे 30 मिनट में होगी कोरोना की जांच

मायलैब डिस्कवरी की रिसर्च और डेवलपमेंट हेड मीनल दखावे भोंसले के मुताबिक, यह किट कोरोना वायरस संक्रमण की जांच मात्र 2 घंटे 30 मिनट में कर लेती है, जबकि विदेशी किट में 6 से 7 घंटे का वक्त लगता है। उन्होंने बताया कि यह किट काफी कम समय में तैयार हुई। आमतौर पर ऐसी किट को तैयार करने में तीन से चार महीने का वक्त लगता है। लेकिन, मौजूदा हालात में हमारे पास वक्त कम था। ऐसे में हमारी टीम ने इसे चुनौती के तौर पर लिया और 6 हफ्ते में इसे तैयार कर दिखाया।

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