राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों ने नारकोटिक्स ब्यूरो में तैनात भारतीय राजस्व सेवा यानि एक आईआरएस ऑफिसर सहीराम मीणा को अफीम की खेती करने वाले से एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
नारकोटिक्स ब्यूरो (कोटा क्षेत्र) के एडिशनल कमीश्नर, सहीराम मीणा को गिरफ्तार कर जब अधिकारी उनके घर की तलाशी लेने पहुंचे तो हर किसी की आंखें फटी की फटी रह गई। अधिकारियों को मीणा के जयपुर आवास से क्या-क्या मिला पहले एक बानगी आप इसकी देखिए।
– 2.26 करोड़ रुपये की बेशुमार नकदी
– 6 लाख रुपये के गहने
– सहीराम मीणा के नाम पर पंजीकृत 23 जमीनों के कागजात
– पत्नी के नाम पर 42 जमीनें
– बेटे के नाम पर 23 जमीनें
– बेटे की पत्नी के नाम पर 22 दुकानों के कागजात
वहीं मैरिज गार्डन, हाउसिंग सोसाइटियों में प्लॉट्स, नई दिल्ली, मुंबई में फ्लैटों के कागजात और पांच बीघा खेती लायक जमीन के दस्तावेज पाए गए। इसके साथ 15 बैंक खातों की जानकारी और चार भारी ट्रकों के दस्तावेज भी मिले।
वहीं आगे की छानबीन में अधिकारियों ने पाया कि सहीराम के नाम उनके घर के साथ-साथ एक पेट्रोल पंप और मैरिज गार्डन भी हैं।
एसीबी ने आगे अपनी जांच में कहा कि उनको अफीम की खेती करने वालों से अधिकारियों के बीच मिलीभगत की जानकारी भी मिली है। विभाग के अधिकारियों और ऐसी मिलीभगत से हमें कई अनियमितताओं और अवैध गतिविधियों की खबरें मिलीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मीणा समय-समय पर फेवर के बदले में रिश्वत लेता रहा है।
एसीबी ने मीणा को गिरफ्तार करने के लिए पहले जाल बिछाया और तब गिरफ्तार किया जब वह कोटा में शनिवार को एक अफीम की खेती करने वाले कमलेश से 1 लाख रुपये की रिश्वत ले रहा था। इस मामले में आगे अभी जांच चल रही है और फिलहाल गिरफ्तार किए गए इस अधिकारी की संपत्ति का अनुमानित मूल्य 100 करोड़ तक भी जा सकता है।