टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भारतीय दल का नेतृत्व करने वालों के नाम का ऐलान कर दिया है। जानकारी के अनुसार, छह बार की विश्व चैंपियन बॉक्सर एमसी मैरी कॉम और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह टोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे। इनके अलावा समापन समारोह के लिए पहलवान बजरंग पूनिया को भारतीय दल का ध्वजवाहक चुना गया है। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सोमवार को यह जानकारी दी। आपको बता दें कि टोक्यो ओलंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह 23 जुलाई को होगा। वहीं, खेलों के इस महाकुंभ का समापन आठ अगस्त, 2021 को होगा।
पहली बार एक महिला और एक पुरुष थामेंगे ध्वज
गौर करने वाली बात ये है कि पहली बार ऐसा होगा जब ओलंपिक में भारत के दो ध्वजवाहक (एक पुरुष और एक महिला) होंगे। आईओए प्रमुख नरिंदर बत्रा ने हाल ही में आगामी टोक्यो खेलों में ‘लैंगिक समानता’ को सुनिश्चित करने के लिए इस बात की जानकारी दी थी। ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में साल 2016 में हुए इन खेलों के उद्घाटन समारोह में भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ध्वजवाहक थे। बता दें, कोरोना महामारी के कारण एक साल के लिए स्थगित हुए टोक्यो ओलंपिक खेलों में 100 से अधिक भारतीय खिलाड़ी भाग लेने जा रहे हैं। मालूम हो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने पिछले साल कार्यकारी बोर्ड की बैठक में उद्घाटन समारोह में महिला और पुरुष ध्वजवाहकों के लिए प्रावधान किया था।
अपने आखिरी ओलंपिक को यादगार बनाना चाहेंगी मैरीकॉम
साल 2012 में लंदन ओलंपिक में भारत को बॉक्सिंग में पदक दिलाने वाली पहली महिला बॉक्सर एमसी मैरी कॉम इस बार दूसरा पदक जीकर नया इतिहास रच सकती हैं। मैरी कॉम एशियाई खेलों में दो स्वर्ण अपने नाम कर चुकी हैं। वह राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन रही हैं और एशियाई चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण पदक देश को दिला चुकी हैं। मैरी कॉम इस साल एशियाई चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी। 38 वर्षीय मैरी कॉम का यह अंतिम ओलंपिक माना जा रहा है और वे इसे यादगार बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगी। उधर, एमसी मैरी कॉम ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि मुझे यह अवसर मिला। मैं साई, आईओए, खेल मंत्रालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। हर किसी के लिए यह मौका देना आसान नहीं है।’
देश को बजरंग पूनिया से हैं इस बार पदक की उम्मीद
कुश्ती में इस बार पदक आने की उम्मीद लगाई जा रही है। 65 किग्रा फ्री स्टाइल रेसलिंग इवेंट में बजरंग पूनिया पदक दिला सकते हैं। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता व विश्व चैंपियन बजरंग पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेंगे। 27 वर्षीय बजरंग पूनिया ने नुर सुल्तान टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक का टिकट हासिल किया था। उन्हें टोक्यो ओलंपिक में 65 किग्रा फ्री स्टाइल में दूसरी वरीयता दी गई है। वह इस बार ओलंपिक में पदक जीतने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि टोक्यो ओलंपिक में उनको सबसे बड़ी चुनौती रूस के राशिदोव गद्जिमुराद से मिल सकती है।
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