नरेंद्र मोदी सरकार के पहले टर्म में केंद्रीय मंत्री रहे मनोज सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के रूप में शपथ ले ली है। जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को शपथ दिलाई। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्य के पहले उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने 5 अगस्त, 2020 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कल ही जीसी मुर्मू को सीएजी बनाया गया है।
मुर्मू के अचानक इस्तीफा देने के बाद हुई सिन्हा की नियुक्ति
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोज सिन्हा को गुरुवार को जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल नियुक्त कर दिया गया था। उनकी नियुक्ति राज्य के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद हुई। जीसी मुर्मू ने केन्द्र शासित प्रदेश की बागडोर संभालने के 9 महीने बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मुर्मू के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया था। जिसके बाद अब इस पद पर मनोज सिन्हा को नियुक्त किया है। राष्ट्रपति भवन से गुरुवार को जारी हुए एक बयान में कहा गया, ‘राष्ट्रपति ने मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर राज्य का उपराज्यपाल नियुक्त किया है।
गाजीपुर संसदीय क्षेत्र से तीन बार संसद पहुंचे मनोज सिन्हा
आपको बता दें कि मनोज सिन्हा ने लोकसभा में तीन बार पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। वहीं, पिछले साल हुए आम चुनावों में उन्हें बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा के अफजल अंसारीके हाथों हार का सामना करना पड़ा था। मनोज सिन्हा ने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रेल राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया। सिन्हा की गिनती भाजपा के तेज-तर्रार नेताओं में होती है।