गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का कहना था कि सादगी किसी भी राजनेता की असल पहचान होता है। मेरा हवाई चप्पल पहनना और आम लोगों की तरह स्कूटर पर पीछे बैठना उसी की निशानी है। नेता जितना जमीन से जुड़ा होगा, लोगों के दिल में उसकी उतनी ही जगह होगी। आज उनकी यह बात चरितार्थ होती नज़र आ रही है। उन्हें जानने वाले हर व्यक्ति की आंख आज नम है। उनकी सादगी ही थी जो उन्हें अलग नेता के रूप में स्थापित करती है। वे कभी बच्चों के बीच बच्चा बन जाते थे, कभी मोटरसाइकिल पर निकल पड़ते थे तो कभी किसी के पीछे स्कूटर पर बैठ जाया करते थे, कभी फुटबॉल खेलते थे तो कभी जनरल के डिब्बे में बैठ जाया करते थे। काम के प्रति इतनी लगन थी कि अंतिम सांसों तक कर रहे थे। आइए आपको फोटोज के जरिए दिखाने की कोशिश करते हैं कि पर्रिकर का व्यक्त्वि कैसा था…।
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