अम्मान में जारी एशियाई ओलंपिक क्वालिफायर में बुधवार को भारतीय मुक्केबाज मनीष कौशिक ने 63 किग्रा बॉक्स ऑफ फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के मुक्केबाज गार्साइड हैरिसन को 4-1 से हराया। इसके साथ ही मनीष ने टोक्यो ओलम्पिक का कोटा हासिल कर लिया है। इस प्रकार अब तक नौ भारतीय मुक्केबाज टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं।
Historic Moment for Indian Boxing!💪
🇮🇳 confirms 9⃣th #Olympic2020 spot as #ManishKaushik (63 kg) defeated HGarside of 🇦🇺 4⃣-1⃣in the box off final at the #AsianQualifiers.This is 🇮🇳's highest ever representation to the #Olympics.Kudos Guys!@AjaySingh_SG @RijijuOffice #boxing pic.twitter.com/nkp73R6YBs
— Boxing Federation (@BFI_official) March 11, 2020
राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के मुक्केबाज विकास कृष्णन एशियाई ओलम्पिक क्वालीफायर का फाइनल खेलने से चूक गए। बुधवार को विकास को आंख में चोट की वजह से फाइनल मुकाबले से हटना पड़ा और उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। एशियन चैम्पियनशिप के मेडलिस्ट विकास को 69 किग्रा भारवर्ग के फाइनल में जॉर्डन के ज़ेयाद इशाश से भिड़ना था।
काफी समय बाद फिर से अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी में वापसी कर रहे 28 वर्षीय विकास ने सेमीफाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त कजाखस्तानी मुक्केबाज को हराया था। हालांकि विकास पहले ही ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके सात अन्य भारतीय मुक्केबाजों में शामिल हो गए। यही नहीं विजेंद्र सिंह के बाद विकास भारत के ऐसे दूसरे मुक्केबाज बने हैं जिन्होंने ओलम्पिक के लिए तीन बार क्वालीफाई किया है।
कौशिक और विकास के अलावा जिन भारतीय मुक्केबाजों ने ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया है उनमें एमसी मेरीकॉम (51 किग्रा), सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), अमित पंघल (52 किग्रा), आशीष कुमार (75 किग्रा) और सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) शामिल हैं।