कम उम्र में स्कूल छोड़ने वाले मनन ने साइबर सिक्योरिटी में कमाया बड़ा नाम

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कम उम्र में स्कूल छोड़ने वाले एक भारतीय युवा ने वो कर दिखाया जो बड़ी-बड़ी डिग्रियां हासिल करने वाले अपने पूरे जीवन में नहीं करते हैं। इस युवा भारतीय का नाम है मनन शाह। गुजरात के रहने वाले मनन की आज खुद की कंपनी है। इनकी कंपनी का नाम अवालांस सिक्टोरिटी है। स्कूली शिक्षा भी पूरी नहीं करने वाले मनन शाह आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त एथिकल हैकर, लेखक, साइबर क्राइम कंसलटेंट और इन्वेस्टिगेटर है।

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14 की उम्र में कम्प्यूटर खरीदा और एक साल में बन गए मास्टर

22 वर्षीय मनन शाह को 14 की उम्र में घरवालों ने कम्प्यूटर दिलाया। मनन के लगन और जोश ने इन्हें 15 की उम्र में कम्प्यूटर का मास्टर बना दिया। 16 के होते ही इन्होंने अलग-अलग वर्जन में Black Xp तैयार किया जिसे दुनियाभर में लाखों लोगों ने डाउनलोड किया। मनन को जुनून ने धीरे-धीरे कामयाबी की सीढ़ियों तक पहुंचा दिया और 18 की उम्र में ही इन्हें एथिकल हैकर के रूप में एक नई पहचान बना ली। मनन की माने तो यहां तक पहुंचना इतना आसान भी नहीं था। उनके अनुसार, वर्ष 2009 में वड़ोदरा में एथिकल हैकिंग पर हुए सेमिनार ने उसकी जिंदगी बदल दी।

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मनन शाह ऐसे बने प्रोफेशनली एथिकल हैकर

मनन शाह ने एथिकल हैकिंग पर कोर्स से शुरुआत कर खाली समय में इंटरनेट पर हैकिंग टेक्निक और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखना शुरू कर दिया था। कुछ सालों में साइबर सिक्योरिटी में रुझान बढ़ने पर मनन ने खुद का अपना काम करने का निर्णय लिया। 2015 में उन्हें प्रोफेशनल सर्विस देने के बदले पैसे कमाना शुरू किया। इसके बाद एवलांस ग्लोबस सॉल्यूशंस नाम की कंपनी शुरुआत की। मनन की कामयाबी का आलम ये रहा कि 19 वर्ष में ही इनके कार्यों ने लिम्का बुक और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पहचान दिलाई। मनन शाह ने सायबर सिक्योरिटी और एथिकल हैकिंग पर चार किताबें भी लिखी हैं। इनके नाम माइक्रोसॉफ्ट मोस्ट वैल्यूबल प्रोफेशनल होने का टाइटल है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने मनन को भारत के टॉप 10 एथिकल हैकरों में 5वीं रैंक दी। उन्होंने सायबर क्राइम से संबंधित कई प्रॉब्लम्स सॉल्व की हैं।

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कई बड़ी कंपनी और सरकारी संस्थानों के लिए कर चुके हैं काम

बाईस वर्ष की उम्र में मनन शाह गुजरात और राजस्थान पुलिस, एमएस यूनिवर्सिटी, बैंक ऑफ बड़ौदा, नवरचना यूनिवर्सिटी, फ्रॉड डिटेक्शन के 15 से अधिक केस में अमूल, सोशल मीडिया, अकाउंट रिकवरी, फोरेंसिक, ईमेल हैकिंग और एन्क्रिप्शन के लिए काम कर चुके हैं। मनन कई नामी वेबसाइट, ऐप और सर्च इंजन में बग निकाल चुके हैं। वह सिर्फ किसी कंपनी का फाउंडर नहीं है, बल्कि उसकी कंपनी कई बॉलीवुड फिल्म्स को एंटीप्राइवेसी उपलब्ध करवा चुकी हैं। इनमें ‘नमस्ते इंग्लैंड, यमला पगला दिवाना फिर से, अय्यारी, द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ जैसी बॉलीवुड फिल्में शामिल हैं।

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