हाल ही में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा सीट से मैदान में उतरी थी, जिसमें उन्हें भाजपा के प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के सामने हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, ममता की पार्टी बड़े बहुमत से एक बार फिर सत्ता में आई और उन्होंने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। सीएम बने रहने के लिए उन्हें छह माह के भीतर विधानसभा में बतौर सदस्य पहुंचना जरूरी है। ऐसे में उन्होंने उपचुनाव के लिए इस बार अपनी परंपरागत सीट को चुना है। इस सीट से हाल में निर्वाचित हुए उनकी पार्टी के एक नेता ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे ममता बनर्जी का विधानसभा पहुंचने का रास्ता साफ हो गया है।
पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट पर हाल ही में निर्वाचित शोभनदेव चटर्जी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने शुक्रवार, 21 मई को विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपा। उनकी जगह पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उपचुनाव लड़ेंगी। वहीं, टीएमसी एमएलए शोभनदेव चटर्जी के इस्तीफा देने के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा, ‘मैंने चटर्जी से पूछा कि क्या उन्होंने स्वेच्छा से और बिना किसी दबाव के इस्तीफा दिया है? मैं संतुष्ट हूं और मैंने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।’
West Bengal | TMC's Sovandeb Chatterjee resigns as MLA from Bhawanipore
"I have enquired from him if he has resigned voluntarily and without coercion. I am satisfied, and I have accepted his resignation," says West Bengal Assembly Speaker Biman Banerjee pic.twitter.com/qJtScYHUnO
— ANI (@ANI) May 21, 2021
भवानीपुर से दो बार विधानसभा चुनाव जीत चुकी हैं ममता
पश्चिम बंगाल के विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा सौंपने के बाद चटर्जी ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री भवानीपुर से दो बार जीत चुकी हैं। सभी पार्टी नेताओं ने चर्चा की और जब मैंने सुना कि वह यहां से चुनाव लड़ना चाहती हैं, तो मैंने सोचा कि मुझे अपनी सीट छोड़ देनी चाहिए, कोई दबाव नहीं है। किसी और में सरकार चलाने की हिम्मत नहीं है। मैंने उनसे बात की। यह उनकी सीट थी, मैं बस इसकी रक्षा कर रहा था।’
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