साउथ फिल्म इंडस्ट्री में तेलुगु फिल्मों का भी एक बड़ा दर्शक वर्ग है। तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री ने भी एंटरटेनमेंट की दुनिया को कई बड़े कलाकार दिए हैं। ऐसे ही एक कलाकार हैं महेश बाबू। महेश दिग्गज तेलुगू अभिनेता कृष्णा के छोटे बेटे हैं। महेश बाबू ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 1979 में बाल कलाकार के तौर पर की थी। एंटरटेनमेंट की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुके महेश बाबू 9 अगस्त को अपना 48वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने बॉलीवुड अभिनेत्री नम्रता शिरोडकर से विवाह किया है। महेश अपने दमदार अभिनय कौशल से कई बार सिने-दर्शकों का दिल जीत चुके हैं। इस खास अवसर पर जानिए उनके जीवन के बारे में कुछ अनसुनी बातें…
पांच भाई-बहनों में चौथे नंबर के हैं महेश
अभिनेता महेश बाबू का जन्म 9 अगस्त, 1975 को तमिलनाडु राज्य के चेन्नई शहर में हुआ था। वह अपने माता-पिता तेलुगू एक्टर कृष्णा और उनकी पत्नी इंदिरा की पांच संतानों में चौथे नंबर के हैं। उनका परिवार आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिला स्थित बुर्रीपालेम से आता है। अभिनेता महेश ने बचपन का ज्यादातर समय अपनी नानी दुर्गाम्मा के घर में बिताया। अपने भाई-बहनों के साथ महेश बाबू मद्रास के वीजीपी गोल्डन बीच पर नियमित रूप से क्रिकेट खेला करते थे। अपने बच्चों के साथ समय बिताने के लिए कृष्णा यह सुनिश्चित करते थे कि उनकी फिल्मों की शूटिंग सप्ताहांत के दौरान वीजीपी यूनिवर्सल किंगडम में ही की जाए।
पढ़ाई के दौरान औसत छात्र हुआ करते थे महेश
महेश की स्कूली शिक्षा चेन्नई के सेंट बेड्स एंग्लो इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल में हुईं। इस दौरान यहां अभिनेता कीर्ति उनके स्कूल-साथी हुआ करते थे। बाबू अपनी पढ़ाई के दौरान एक औसत छात्र हुआ करते थे। महेश बाबू चेन्नई के लोयोला कॉलेज से कॉमर्स में स्नातक डिग्री पास हैं। उन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा पूरी करने के बाद अभिनय प्रशिक्षण के लिए फिल्म डायरेक्टर एल. सत्यानंद से विशाखापट्टनम में मुलाकात की। इसके बाद उनसे तीन से चार महीने तक अभिनय की बारीकियां सीखीं। तेलुगू पढ़ने और लिखने में असमर्थ होने के कारण वह अपनी फिल्मों के डबिंग चरण के दौरान निर्देशकों द्वारा दिए गए संवादों को याद किया करते थे।
जब भाई की जगह बतौर बाल कलाकार किया काम
जब महेश बाबू चार साल के थे, वह तेलुगू फिल्म ‘नीडा’ के सेट पहुंचे जहां उसके निर्देशक दसारी नारायण राव ने महेश के बड़े भाई रमेश की उपस्थिति में फिल्म के एक हिस्से के रूप में उनके साथ कुछ दृश्यों की शूटिंग की। इस तरह महेश ने वर्ष 1979 में रिलीज़ हुई फिल्म नीडा से एक बाल कलाकार के रूप में अपनी शुरुआत की। वर्ष 1983 में वाहिनी स्टूडियो में फिल्म ‘पोरटम’ की शूटिंग के दौरान सेट पर महेश बाबू को देखने के बाद निर्देशक कोडी रामकृष्ण ने अभिनेता कृष्णा को सुझाव दिया कि वह नायक के भाई की भूमिका में महेश को कास्ट करे।
पहली फिल्म के दौरान ही प्यार में पड़ गए महेश
वर्ष 1993 में नम्रता शिरोडकर ने ‘मिस इंडिया’ का खिताब जीता था। इसके बाद उन्होंने फिल्मों की ओर रुख किया और साल 1998 में फिल्म ‘जब प्यार किसी से होता है’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इसमें वह अभिनेता सलमान खान के अपोजिट लीड रोल में थीं। बॉलीवुड के साथ ही नम्रता ने साउथ की ओर भी रुख किया और उन्होंने फिल्म तेलुगू फिल्म ‘वामसी’ साइन की। इस फिल्म में उनके अपोजिट लीड एक्टर महेश बाबू थे और यह महेश की बतौर मुख्य अभिनेता पहली फिल्म भी थी।
इससे पहले दोनों कभी नहीं मिले थे। फिल्म के मुहूर्त पर ही दोनों पहली बार मिले। मालूम हो कि पहली मुलाकात में ही दोनों का दिल एक दूसरे के लिए धड़का, लेकिन दोनों ने ही इसे दिल में छुपाकर रखा। फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों का एक-दूसरे से मिलना शुरू हो गया। शूटिंग के बाद भी दोनों का मिलना जारी रहा और फिर इनकी दोस्ती प्यार में बदलने लगी।
शादी में उम्र का अंतर बन गया था बड़ी समस्या
चूंकि यह अभिनेता महेश बाबू की पहली फिल्म थी, इसलिए महेश ने नम्रता शिरोडकर के साथ अपने रिश्ते को सभी से छुपाकर रखा। लेकिन धीरे-धीरे मीडिया के सामने दोनों की लव स्टोरी आने लगीं। दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करने लगे थे। अब समस्या यह थी कि नम्रता, महेश बाबू से उम्र में चार साल बड़ी थीं। ऐसे में बाबू को अपने परिवार का यह बात समझाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लेकिन नम्रता के प्रति उनके प्यार में काफी गहराई थी। इस कारण उनके परिवार को भी बेटे की इस चाहत के आगे आखिर झुकना ही पड़ा। 10 फरवरी, 2005 को ये दोनों विवाह बंधन में बंध गए। दोनों की जोड़ी आज भी कई कपल्स के लिए प्रेरणादायक है।
कई हिट फिल्में अपने नाम दर्ज़ करा चुके हैं बाबू
महेश बाबू ने अपने अब तक के फिल्मी करियर में ‘मुरारी’ (2001), ‘ओक्काडु’ (2003), ‘अथाडु’ (2005), ‘पोकिरी’ (2006), ‘खलेजा’ (2010), ‘डुकुडु’ (2011), ‘बिजनेसमैन’ (2012), ‘सीथम्मा वाकिटलो सिरिमल्ले चेट्टू’ (2013), ‘नेनोक्कडाइन’ (2014), ‘स्पाइडर’ (2017), ‘भरत अने नेनु’ (2018), ‘महर्षि’ (2019) व ‘सरिलरु नीकेवरु’ (2020) जैसी हिट फिल्में की हैं।
अगले साल फिल्म ‘गुंटूर कारम’ में नज़र आएंगे
अभिनेता महेश बाबू साल 2022 में एक एक्शन फिल्म ‘सरकारु वारी पाता’ में नज़र आए। इसके अलावा उन्होंने इसी साल एक बायोग्राफिकल एक्शन फिल्म ‘मेजर’ को प्रोड्यूस भी किया। यह फिल्म तेलुगू और हिंदी में शूट की गई थी। बाद में इसे मलयालम में भी डब किया गया। फिल्म ‘मेजर’ वर्ष 2008 के मुंबई हमले में शहीद हुए मेजर संदीप उन्नीकृष्णन के जीवन पर आधारित है। इसमें लीड रोल अभिनेता अदिवी शेष निभाया। महेश बाबू की अपकमिंग फिल्म की बात करें तो वह साल 2024 में फिल्म ‘गुंटूर कारम’ में मुख्य किरदार निभाते नज़र आएंगे।
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