महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे को राहत, विधान परिषद की नौ सीटों पर 21 मई को होगा चुनाव

Views : 3630  |  3 minutes read
Uddhav-Thackeray-Maharashtra

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए शुक्रवार का दिन राहत लेकर आया है। उनकी सीएम कुर्सी पर मंडरा रहा खतरा अब खत्म होता हुआ दिख रहा है। दरअसल, भारतीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में विधान परिषद यानी एमएलसी चुनाव कराने का फैसला किया है। चुनाव आयोग ने विधान परिषद की नौ सीटों पर चुनाव की तिथि 21 मई तय कर दी है। जानकारी के लिए बता दें, इससे पहले ये चुनाव 3 अप्रैल को होने वाले थे लेकिन कोरोना महामारी से उपजे संकट की वजह से इलेक्शन टाल दिए गए थे।

28 मई से पहले उद्धव का विधायक बनना जरूरी

गौरतलब है कि महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। संविधान के तहत मुख्यमंत्री या मंत्री को शपथ लेने के छह माह के अंदर विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य चुना जाना जरूरी है। ठाकरे अभी तक किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। इसलिए 28 मई से पहले उनका विधायक बनना जरूरी है। अगर उद्धव ठाकरे विधायक नहीं बनते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा। इसके बाद पुनः सरकार गठन की प्रक्रिया राज्य के गवर्नर के फैसले पर निर्भर करेगी।

राज्यपाल ने निर्वाचन आयोग को लिखा था पत्र

हाल में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने राज्य के गर्वनर भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की थी। इसके बाद राज्यपाल ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर कहा था कि महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिरता के लिए विधान परिषद की रिक्त 9 सीटों के लिए चुनाव की घोषणा की जाए। इन सीटों का कार्यकाल 24 अप्रैल को समाप्त हो गया है। बता दें, केंद्र सरकार ने कोरोना संकट में जारी लॉकडाउन को सरल करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

इसी दिशा-निर्देश के तहत केंद्र सरकार से बातचीत कर चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। चूंकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अभी विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं, इसलिए 27 मई से पहले उन्हें विधान परिषद या विधानसभा सदन का सदस्य चुना जाना आवश्यक है।

Read More: मजदूर दिवस पर योगी सरकार ने 30 लाख मजदूरों को दिया तोहफा

पीएम मोदी से भी की थी फोन पर बात

हाल में ही सीएम उद्धव ठाकरे ने एमएलसी मनोनीत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी। ऐसा कहा जा रहा है कि उद्धव ने पीएम मोदी से कहा था कि देश में कोरोना संकट के बीच राज्य को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें इस पर गौर करने का भरोसा दिलाया था।

COMMENT