कॅरियर, पैसा, जिम्मेदारियां, लाइफस्टाइल की कशमकश में अधिकांश लोग जिंदगी में एक दौड़ में भागते नज़र आते हैं। अक्सर हम उन चीजों के पीछे भागते हैं जो हमारी जिंदगी को और बेहतर बना दे या फिर ऐसी चीजें खरीदते हैं जिससे हमारी लाइफस्टाइल और लग्जीरियस हो जाए। जैसे जैसे पैसा आता जाता है, हम महंगी से महंगी चीजें खरीदने लगते हैं ताकि जिंदगी में किसी तरह की कमी ना रहे। इस फेर में हम ऐसी चीजें भी खरीदने लगते हैं जिनकी असल में हमें जरूरत नहीं होती। लेकिन बेहतर बनने की अंधी दौड़ में हम असल बात को साइड में कर देते हैं…।
दरअसल जिंदगी के एक पड़ाव पर आकर जब हम यह विश्लेषण करते हैं कि हमने जिंदगी में क्या पाया तो हमारे सामने बस महंगी वस्तुएं होती हैं, जिनका हमारे जीवन में कोई बड़ा योगदान नहीं होता। ऐसे में जरूरी है हम ऐसी चीजें एकत्रित करें जो हमारी जिंदगी में खुशियां दे। साथ ही जिंदगी के एक मोड़ पर हम इस बात से संतुष्ट हो सकें कि हमने अब तक जो कमाया, उसने हमारी जिंदगी को खूबसूरत बनाने में मदद की।
जिंदगी को बेहतर चीजें नहीं बल्कि वे क्षण बनाते हैं, जिनमें हम खुलकर जिंदगी जीते हैं। ऐसे में कोशिश करिए कि आप रोज ऐसे कुछ पलों को जिएं जो जिंदगी को बेहतर बनाने में कारगर हैं। ये खूबसूरत पल ना सिर्फ दिन विशेष को बेहतर बनाते हैं बल्कि यादों का एक बंडल भी तैयार कर देते हैं। जब भी आप इन पलों को फिर से याद करेंगे तो आपको अहसास होगा कि जिंदगी में हर पल कितना अच्छा है और आपने उसे कितने अच्छे से जी लिया।
हमेशा कोशिश करें कि जिंदगी में महंगी चीजें जोड़ने की बजाय आप रिश्तों और अपनों को पलों के रूप में जोड़ लें। यह आपकी जिंदगी की ऐसी पूंजी है जो आपको हमेशा खुशियां देंगी।