आज के समय में स्टूडेंट्स अपने कॅरियर को लेकर काफी सजग रहते हैं, वह सफलता के लिए एक अच्छी यूनिवर्सिटी और अच्छा शहर में पढ़ना बेहतर समझता है। ऐसे ही शहरों और यूनिवर्सिटी के बारे में स्टूडेंट्स को जानकारी उपलब्ध करवाता है वैश्विक शिक्षा कंसल्टेंसी ‘क्यूएस क्वाक्यूरेली सायमंड्स’।
क्यूएस क्वाक्यूरेली सायमंड्स ने दुनिया भर के 120 शहरों की सूची प्रकाशित की है। इस सूची में दुनिया भर के शहरों में पहले स्थान पर लंदन रहा है, वहीं भारतीय शहरों में बेंगलुरु 81वें स्थान पर रहा हैं। इसमें अन्य भारतीय शहरों में मुंबई 85वें, दिल्ली 113वें और चेन्नई 115वें स्थान पर काबिज है।
हाल में उसने दुनिया के ऐसे शहरों की ‘क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग’ जारी की है जो स्टूडेंट्स के लिए हर शहर के प्रदर्शन को छह मानकों पर रेखांकित किया गया है। इस सूची में दुनिया के विभिन्न शहरों में विश्वविद्यालयों की संख्या, जीवन की गुणवत्ता, स्नातक के बाद जॉब्स के उपलब्धता के अवसर और छात्रों की प्रतिक्रियाएं प्रमुख हैं।
दुनिया के अन्य देशों की रैंकिंग
क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग में जहां लंदन को पहला स्थान मिला वहीं जापान की राजधानी टोक्यो को दूसरा और ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न तीसरे स्थान पर रहा है। इस सूची में यूरोपीय देशों का दबदबा रहा है। जर्मनी के शहर म्यूनिख और बर्लिन क्रमश: चौथे व पांचवें स्थान रहे हैं। फ्रांस की राजधानी पेरिस को वैश्विक सूची में सातवां स्थान मिला है। स्विट्जरलैंड का ज्यूरिख शहर आठवें स्थान पर रहा है। कनाडा का शहर मांट्रियल छठवें, ऑस्ट्रेलिया का सिडनी नौवें जबकि दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल 10वें स्थान पर है। टॉप—30 शहरों में ब्रिटेन का एडिनबर्ग 15वें और मैनचेस्टर 29वें स्थान पर है। इस तरह टॉप—10 में पांच शहर यूरोप महाद्वीप से है।
बता दें कि इंग्लैंड की राजधानी लंदन में वर्ष 2017-18 में भारत से पढ़ने जाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जहां वर्ष 2016-17 में इनकी संख्या 4,545 थी वहीं वर्ष 2017-18 में 5,455 तक पहुंच गई।
लंदन में पाकिस्तानी मूल के मेयर सादिक खान ने कहा, ‘लंदन को फिर से दुनिया में सबसे अच्छे शहर का दर्जा दिया गया है। यह स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि लंदन में विश्व के अग्रणी उच्च शिक्षा संस्थान हैं।’