चुनाव आयोग ने चुनाव आयोग ने रविवार को लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तारीखों की घोषणा कर दी। 17वीं लोकसभा के लिए चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई तक 7 चरणों में होंगे जिसके बाद पूरे देश में वोटों की गिनती 23 मई को होगी। जहां हर राजनीतिक पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव मायने रखता है वहीं हमें यह जान लेना भी जरूरी है कि इस बार के लोकसभा चुनाव को जानकार सबसे महंगा चुनाव बता रहे हैं।
अमेरिका का चुनावी खर्च छूट जाएगा पीछे
कारनीज एंडोमेंट फोर इंटरनेशनल पीस थिंकटैंक की तरफ से चुनाव से पहले एक रिसर्च की गई है जिसके बाद अनुमान लगाया गया कि जहां भारत में 2014 लोकसभा चुनाव में 35,547 करोड़ रुपये खर्च हुए तो 2019 के चुनावों में इस बार यह आंकड़ा पार होने की पूरी संभावना है, जो कि 2016 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लगा 46,211 करोड़ रुपये खर्च का आंकड़ा पार कर देगा।
इसके अलावा कुछ जानकार इन चुनावों को दुनिया का सबसे खर्चीला चुनाव होने का अनुमान लगा रहे हैं।
कर्नाटक में सबसे महंगा विधानसभा चुनाव
सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज ने कुछ समय पहले एक सर्वे किया जिसके मुताबिक कर्नाटक चुनाव को सबसे महंगा विधानसभा चुनाव बताया था। इन चुनावों में 9,500 से 10,500 करोड़ रुपये के बीच पैसा बहाया गया जो कि राज्य में आयोजित पिछले विधानसभा चुनाव दोगुना है।
अगर यहां के विधानसभा चुनावों में ही इस तरह से खर्च चलता रहा तो 2019 के लोकसभा चुनाव में 50,000 से 60,000 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। गौरतलब है कि 16वीं लोकसभा चुनाव का कार्यकाल 3 जून, 2019 को खत्म होने जा रहा है।