हॉलीवुड की मशहूर फिल्म टाइटैनिक आज भी दर्शकों के बीच लोकप्रिय है। वहीं इस फिल्म ने एक्टर लियोनार्डो दी कैप्रियो को भी रातोंरात स्टार बना दिया था। कल लियोनार्डो ने अपना 44वां जन्मदिन सैलिब्रेट किया था। 11 नवबंर 1974 को अमेरिका के कैलिफोर्निया में जन्मे लियोनार्डो ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 80 के दशक से की थी।
उनकी डेब्यू फिल्म का नाम क्रिटर्स 3 था, जो कि साल 1991 में रिलीज हुई थी। हालांकि इस फिल्म से उन्हें इतनी पहचान नहीं मिल पाई थी। लगभग पांच फिल्में करने के बाद साल 1997 में उनकी फिल्म टाइटैनिक रिलीज़ हुई, जो दुनियाभर में काफी मशहूर हुई। इस फिल्म के बाद से ही लियोनार्डो का करियर भी चमकने लगा।
लियोनार्डो अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं। उनकी मां एक लीगल सेक्रेट्री थीं और पिता एक कॉमिक्स आर्टिस्ट के अलावा डिस्ट्रीब्यूटर भी थे। लियोनार्डो के माता-पिता की मुलाकात एक कॉलेज में हुई थी जहां उन्हें प्यार हुआ था और फिर शादी करने के बाद कैलिफोर्निया आए। वैसे आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लियोनार्डो का भारत से भी एक खास कनेक्शन है।
दरअसल उनकी सौतेली माँ पेगी (नी फरार) एक अमृतधारी सिख हैं। दी केप्रियो के पिता ने अपनी पहली पत्नी इर्मेलिन इंडेनबीरकेन को तलाक देने के बाद साल 1995 में पेगी से विवाह किया था। वैसे तो पेगी काफी समय पहले ही सिख धर्म को गले लगा चुकी हैं, लेकिन करीब दस सालों से वो पगड़ी दान करने को लेकर भी काफी मशहूर हो रही हैं। यह आश्चर्यजनक हो सकता है कि हॉलीवुड अभिनेता लियोनार्डो दी कैप्रियो की सौतेली माँ एक अमृतधारी सिख है जो 5 ‘के’ को ग्रहण करती हैं।
अपने भारतीय पारंपरिक पोशाक और पगड़ी में पेगी अक्सर पुरस्कार समारोह और उसके परिवार के साथ अन्य हॉलीवुड कार्यक्रमों में देखी जाती हैं। लेकिन इस पर एख तरह का विवाद खड़ा हो चुका है। यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड हुआ जिसमें दावा किया गया कि पेगी को योगी हरभजन के संपर्क में रहने के कारण अमृतधारी सिक्ख नहीं माना जा सकता है। इसके अलावा वीडियो में कहा गया कि वे अन्य धर्मों के कार्यक्रमों में भी भाग लेती हैं।