बदलते वक़्त के साथ भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इंडियन रेलवे ने बीते कुछ वर्षों में कई बड़ी उपलब्धि अपने नाम की हैं। रेलवे का प्रयास है कि देश के हर शहर तक रेल सुविधा की पहुंच हो। ट्रेनों की स्पीड की बात हो या आधुनिक सुविधाएं, हर ओर रेलवे विकास के लिए प्रयासरत है। भारतीय रेलवे अब ट्रेन की बोगी को थ्री-स्टार होटल की तरह बनाएगा। इसके लिए रेलवे ने ‘मिशन रेट्रो-फिटमेंट’ शुरू किया है। यह प्रोजेक्ट करीब चार साल चलेगा। इसके तहत बड़ी संख्या में बोगियों को थ्री-स्टार होटल की तरह बनाने का काम होगा। आइए जानते हैं रेलयात्रियों को क्या ख़ास सुविधाएं मिलेंगी ‘मिशन रेट्रो-फिटमेंट’ प्रोजेक्ट के तहत..
2022 तक हजारों कोचों का किया जाएगा आधुनिकीकरण
भारतीय रेलवे वर्ष 2022 तक 40 हजार पुरानी ट्रेन बोगियों को आधुनिक कोचों में तब्दील करने जा रहा है। काफी समय से जर्जर नज़र आ रहे कोचों को हटाकर नए कोच लगाए जाएंगे। अकेले मुरादाबाद रेल मंडल में तीन सौ से अधिक कोच का आधुनिकीकरण किया जाना है। रेलवे ने ‘मिशन रेट्रो-फिटमेंट’ रेल यात्रियों को आधुनिक समय के हिसाब से सुविधा देने के लिए तैयार किया है। इसके पीछे की वजह यह है कि रेल यात्री को अब आधुनिक कोच उपलब्ध कराते हुए उसके अंदर अधिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराना है। रेलवे चाहता है कि सफर के दौरान यात्री को ट्रेन की बोगी किसी थ्री-स्टार होटल या घर से कम महसूस न हो। इसलिए नए कोच में इस तरह की सुविधा दी जा रही है। रेलवे के मुताबिक़, देशभर में फिलहाल 40 हजार से अधिक पुराने मॉडल के कोच हैं। इन सभी बोगियों की नए सिरे से सजावट की जानी है।
प्रति कोच 30 लाख से अधिक खर्च करेगा रेलवे
भारतीय रेलवे इन पुराने 40 हजार कोचों पर औसतन प्रत्येक कोच पर 30 लाख रुपये तक खर्च करेगा। आधुनिक सुविधाओं के तहत कोच में एलइडी लाइट वाले पैनल, पाइप लाइन और अदृश्य पेंच लगाए जाएंगे। नए कोच में फायर सेंसर भी लगे होंगे। एसी कोच में यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था होगी। कोच की विंडो में ऐसे फाइबर ग्लास लगाए जाएंगे, जिन्हें पत्थर फेंकर आसानी से नहीं तोड़ नहीं जा सकेगा। इसके साथ ही रेलवे द्वारा प्रत्येक कोच में वाई-फाई सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इनके अलावा कई नई सुविधाएं भी अब रेलवे के कोचों में होगी।
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मंडल रेल प्रबंधक अजय कुमार सिंघल का कहना है कि नए कोच में आधुनिक सुविधाएं दी जा रही हैं। लेकिन पुराने कोचों में आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिहाज से सुधार किया जाएगा। इससे यात्रियों को ट्रेन सफर में अपने घर जैसा माहौल मिल सकेगा। यात्रियों को अधिक सुविधा उपलब्ध कराने से उनकी यात्रा और आसान हो जाएगी।