भारतीय नोटों पर ऐतिहासिक धरोहरों को छापने की क्या है वजह, जानिए

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भारत सांस्कृतिक विविधताओं वाला देश है और उसकी यही खूबी उसे दुनिया में सबसे अलग बनाती है। इन ही सांस्कृतिक विविधताओं को अब हम देश की करेंसी पर देख सकते हैं, जो नोट बंदी के बाद से प्रचलन में आए नए नोटों में देख सकते हैं। देश में नोट बंदी के बाद आए इन नोटों पर देश की कई ऐतिहासिक धरोहरों को जगह दी गई है। इसके कई कारण है जिनमें से एक बड़ा कारण यह माना जा सकता है कि इन धरोहरों के बारे में भारतीय लोगों का उसकी महत्ता बताना और कई बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में इनसे संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं।

तो आइए, जानते हैं किस नोट पर किस ऐतिहासिक धरोहरों को जगह मिली हैं।

मंगलयान की तस्वीर है दो हजार के नोट पर

भारतीय मुद्रा का सबसे बड़ा नोट है 2000 रुपए का नोट। गुलाबी रंग के इस नोट में भारतीय अंतिरिक्ष अनुसंधान, इसरो के महत्वाकांक्षी मिशन मंगलयान की है। इस मिशन का सफल प्रक्षेपण 24 सितंबर 2014 को किया गया। इसके मंगल पर पहुंचने के साथ ही भारत, रूस, अमेरिका और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की श्रेणी में शामिल हो गया है।

लाल किला को मिला स्थान

नोट बंदी के दूसरा बड़ा नोट था पांच सौ रुपए का। इस नोट पर लाल किले की तस्वीर बनी हुई है। लाल किले को नोटों पर पहले भी जगह मिल चुकी है। इसका निर्माण मुगल शासक शाहजहां ने अपने कार्यकाल में कराया था। इस धरोहर को यूनेस्को ने वर्ष 2007 में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया है।

200 के नोट पर सांची बौद्ध स्तूप

भारतीय मुद्रा में पहली बार छपा दो सौ के नोट पर सांची स्तूप की तस्वीर को जगह मिली है। यह स्तूप मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले के गांव सांची में स्थित है। यह बौद्ध धर्म का प्रमुख स्थल है।

सौ के नोट पर छपी है रानी की बाव

सौ रुपए का नया नोट ब्लू और पर्पल रंग का है। इस नोट पर रानी की बाव की तस्वीर छपी है, जिसे वर्ष 2014 में यूनेस्को ने अपनी विश्व धरोहर सूची में सम्मिलित किया गया था। यह स्थल गुजरात के पाटन में स्थित है। इसे देखने के लिए देशी—विदेशी पर्यटक आते हैं। यह एक ऐतिहासिक स्थल है, जो एक बावड़ी है। इसे सोलंकी वंश की रानी उदयामती ने अपने पति भीमदेव की याद में बनाया था।

50 के नोट पर हंपी को मिली जगह

हल्के हरे रंग के पचास रुपए के नोट पर हंपी का रथ को जगह मिली है। यह ऐतिहासिक धरोहर विजयनगर साम्राज्य में बनाई गया। यह कर्नाटक राज्य में स्थित है। यह नोट कई बार पुराने पांच के नोट जैसा प्रतीत होता है। इसे भी यूनेस्को ने अपनी धरोहर सूची में शामिल किया है।

दस के नोट पर है कोणार्क का सूर्य मंदिर

नए नोटों में अंतिम स्थान पर दस रुपए का नोट आता है। इस नोट पर यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कोणार्क का सूर्य मंदिर छपा हुआ है। यह धरोहर ओड़िसा में स्थित सूर्य मंदिर है। पुराणों के अनुसार इस मंदिर का निर्माण भगवान कृष्ण के बेटे सांब ने कराया था।

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