हर साल हम महिलाओं के सम्मान और उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं। इस दिन को मनाने के पीछे यह उद्देश्य है कि हमारे समाज में जब तक हम महिलाओं के फैसले लेने के अधिकार, आर्थिक आजादी और समानता की बात नहीं करेंगे तब तक एक आदर्श और सभ्य समाज की कल्पना करना बेमानी है।
आज इस खास मौके पर हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपने टैलेन्ट और मेहनत के बलबूते पर समाज और देश के सामने एक मिसाल कायम की। हम बात कर रहे हैं भारत की मौजूदा रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की, जिन्होंने एक छोटा राजनीति सफर तय करने के बावजूद आज शिखर पर है।
पेशे से अर्थशास्त्री हैं सीतारमण
देश की कई महिलाओं का प्रेरणा स्रोत माने जानी वाली निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडू के मदुरै में हुआ। पिता की नौकरी भारतीय रेलवे में होने के कारण निर्मला ने शुरू से ही देश के कई राज्यों में दिन बिताए हैं। स्कूली शिक्षा हासिल कर सीतारमण ने सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज में एडमिशन लिया जहां से बीए पूरा किया। बाद में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए इकोनॉमिक्स और एमफिल किया।
पारिवारिक मामले की बात करें तो निर्मला सीतारमण की शादी आंध्र प्रदेश के रहने वाले डॉक्टर पराकाला प्रभाकर से हुई। शादी के बाद निर्मला प्रभाकर के साथ लंदन रहने चली गई। बताया जाता है कि वहां रहने के दौरान सीतारमण ने होम डिकोर में सेल्स गर्ल तो प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स में सीनियर मैनेजर का भी काम किया है।
देश की पहली महिला रक्षा मंत्री
2008 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने के बाद पार्टी ने सबसे पहले सीतारमण को प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी। साल 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद उन्हें कैबिनेट में जगह दी गई। कैबिनेट विस्तार के समय 26 मई 2016 सीतारमण को वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। वहीं 3 सितंबर 2017 को सीतारमण ने देश की पहली महिला रक्षा मंत्री पद की शपथ ली।
इसके अलावा सुखोई-30 लड़ाकू विमान उड़ाने वाली भी निर्मला सीतारमण पहली महिला रक्षा मंत्री बनी जिन्होंने 17 जनवरी 2018 को उड़ान भरी।