कल के दिन सोशल मीडिया की महफिल बीजेपी के MLA राकेश सिंह बघेल पर हुई जूतों की बरसात ने लूट ली। सरेआम जूतों से कूटने वाले कोई विपक्षी या दुश्मन नहीं बल्कि उनकी ही पार्टी के MP शरद त्रिपाठी रात तक छाए रहे। कुछ उनकी जूते मारने की स्पीड की तारीफ कर रहे थे तो कोई आलाकमान से MP त्रिपाठी पर एक्शन लेने की बात कर रहा था।
लेकिन संत कबीर दास के संदेशों को आत्मसाद करने वाले सांसद महोदय को जब गुस्सा आया तो सारे नियम कायदे और मर्यादाओं को एक तरफ रख वो दनादन जूते बरसाने लगे। अब इतनी पब्लिक में सांसद साहब के जूते ने भरी सभा में देश की विधायिका का तो अपमान किया ही साथ ही अपनी फजीहत खुद ही करवा बैठे।
संत कबीरदास पर लिख चुके हैं किताब
संत कबीरनगर सीट से चुनाव लड़ने वाले सांसद शरद त्रिपाठी उत्तर-प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता और भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी के बेटे हैं। 2014 में त्रिपाठी पहली बार 98 हजार वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे।
घाघरा, राप्ती नदियों के किनारे बसे संत कबीनरगर जिले का नाम संत कबीरदास के नाम पर रखा गया है।
कबीर दास जी से प्रभावित होकर ही सांसद शरद त्रिपाठी ने उनकी जिंदगी पर पहली किताब लिखी जिसका नाम ‘कबीर से एक मुलाकात’ रखा गया। 2018 में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत कबीरनगर पहुंचकर शरद त्रिपाठी की किताब का विमोचन किया था।
और कुछ खास बातें-
– 9 जनवरी 1971 को पैदा हुए त्रिपाठी ने कानपुर विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट तक की पढ़ाई की है।
– 1998 में रीता त्रिपाठी से शादी हुई जिसके बाद दो बेटे और एक बेटी है।
– खेलकूद के शौकीन है, जिले के फुटबॉल एसोसिएशन का अध्यक्ष पद संभालने के साथ काम के बाद गीत-संगीत सुनना पसंद करते हैं।
– लोकसभा में अटेंडेंस के मामले में त्रिपाठी जी का स्कोर हमेशा से शानदार रहा है। बीते लोकसभा के कार्यकाल में इनकी 97 प्रतिशत हाजिरी है। वहीं 660 डिबेट में शामिल भी हुए।
– सांसद के अलावा विदेश मामलों की स्थायी समिति, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पंचायती राज, पेयजल और स्वच्छता सलाहकार समिति के भी सदस्य की जिम्मेदारी संभालते हैं।