आतंकियों ने त्राल में नगर पालिका अध्यक्ष राकेश पंडिता की गोली मारकर हत्या की, कश्मीरी पंडित फिर निशाने पर

Views : 2854  |  3 minutes read
Rakesh-Pandita-Murder-Tral

सेना अध्यक्ष एमएम नरवणे के कश्मीर दौरे के बीच घाटी से एक बुरी खबर आई है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले स्थित त्राल में आतंकियों ने नगर पालिका के अध्यक्ष, कश्मीरी पंडित और भाजपा नेता राकेश पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकी हमले में एक महिला भी जख्मी हुई है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आतंकियों की संख्या तीन बताई जा रही है। नगर पालिका अध्यक्ष पंडिता की हत्या करने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश में सुरक्षा बलों ने पूरा इलाका घेर तलाशी अभियान तेज कर दिया है।

बाला इलाके में अपने मित्र मुस्ताक के घर गए थे राकेश

उधर, स्थानीय पुलिस ने दावा किया है कि राकेश पंडिता को निजी सुरक्षा के लिए दो पीएसओ दिए गए थे, लेकिन बुधवार को वे बिना सुरक्षा के ही त्राल चले गए। पुलिस के अनुसार, राकेश पुत्र सोमनाथ पंडिता बुधवार को त्राल बाला इलाके में अपने दोस्त मुस्ताक भट के घर आए थे। इसी दौरान तीन अज्ञात आतंकियों ने राकेश पंडिता पर करीब से फायरिंग कर दी। गोलीबारी में पंडिता और उनके मित्र की बेटी चपेट में आ गईं। दोनों को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन राकेश पंडिता की मौत हो गई।

राकेश पंडिता पुलवामा जिले की त्राल नगर पालिका के अध्यक्ष थे। कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, राकेश को दो पीएसओ की सुरक्षा दी गई थी। इसके अलावा उन्हें श्रीनगर में सुरक्षित होटल में आवास सुविधा दी गई थी। बुधवार को वे बिना सुरक्षा कर्मियों के ही त्राल चले गए, जहां पर वे आतंकियों के हमले के शिकार हो गए।

भाजपा प्रवक्ता मंजूर भट्ट बोले- जितने मारोगे, उतने और खड़े होंगे

आतंकियों द्वारा राकेश पंडिता की हत्या के बाद कश्मीर भाजपा प्रवक्ता मंजूर भट्ट ने एक ऑडियो मैसेज में कहा कि पंडिता भाजपा के सक्रिय नेता थे। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया है। कश्मीर घाटी में भाजपा कार्यकर्ताओं को एक साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है। आतंकी जितने भाजपा कार्यकर्ताओं को मारेंगे, उतने और खड़े जाएंगे। मंजूर भट्ट ने कहा कि राकेश पंडिता एक शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाने गए थे, इसी दौरान आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसा दी, जिससे पंडिता की मौत हो गई।

आपको बता दें ​कि 90 के दशक के अंत में लाखों कश्मीरी पंडितों को इस्लामी कट्टरपंथियों और आतंकियों की धमकी तथा सैंकड़ों लोगों के नरसंहार के बाद अपना कश्मीर छोड़ना पड़ा। जेएंडके से धारा 370 और 35ए के खात्मे के बाद से अब एक बार फिर लगातार कश्मीरी पंड़ितों को आतंकियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। इससे पहले पिछले साल जून में अनंतनाग जिले के लारकीपुरा इलाके के सरपंच अजय पंडिता की आतंकियों ने पीछे से गोली मारकर हत्या कर दी थी।

तीन पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची मुस्लिम लीग

COMMENT