उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। लंबे वक्त से अंदरुनी कलह झेल रही पार्टी के लिए चुनौतियां कम होती नजर नहीं आ रही हैं। अब कांग्रेस के दिग्गज नेता जितिन प्रसाद ने पार्टी छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है। जितिन प्रसाद बुधवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। जितिन के भाजपा में शामिल होने को पार्टी के मिशन यूपी-2022 की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जितिन प्रसाद एक बड़े ब्राह्मण नेता हैं और उनको अपने पाले में लाकर भारतीय जनता पार्टी ब्राह्मणों में संदेश देना चाहती है कि वह उनके साथ खड़ी है।
भाजपा सांसद और प्रवक्ता बलूनी ने दिए थे संकेत
भाजपा सांसद और प्रवक्ता अनिल बलूनी ने बुधवार सुबह एक ट्वीट किया था कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में आज कोई बड़ी हस्ती पार्टी में शामिल होगी। इसके बाद से ही कयासों का दौर शुरू हो गया था। दरअसल, कांग्रेस के कई दिग्गज नेता पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद, सचिन पायलट और जितिन प्रसाद के नाम पर कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, इन नेताओं में सबसे अधिक चर्चा पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके जितिन प्रसाद की ही हो रही थी।
कभी राहुल गांधी के करीबी और प्रियंका के खास रहे जितिन
आपको जानकारी के लिए बता दें कि जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश की धौरहरा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा वह पूर्व में यूपी सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री की जिम्मेदारी भी निभा चुके थे। जितिन प्रसाद का नाम कांग्रेस के उन युवा नेताओं में शुमार रहा, जो राहुल गांधी के सबसे करीबी माने जाते रहे हैं। वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा से भी उनके अच्छे संबंध थे, लेकिन इस बार प्रियंका ने भी उनके नहीं मनाया। इसके बाद अब जितिन ने केंद्रीय सत्ताधारी पार्टी भाजपा ज्वॉइन कर ली है। गौरतलब है कि इससे पहले राहुल गांधी के ही सबसे करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया।
Read More: अमरावती से सांसद नवनीत राणा का जाति प्रमाण-पत्र हाईकोर्ट ने किया खारिज