नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए ने मंगलवार को बड़ी घोषणा करते हुए साफ कर दिया है कि इस साल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होने वाली जेईई मेन 2022 की परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी। यह पहल उम्मीदवारों को परीक्षा में अपने स्कोर में सुधार करने के लिए दो अवसर देगी। यदि वे एक प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ देने में सक्षम नहीं हैं तो दूसरे प्रयास में बेहतर तैयारी कर सकते हैं।
पेपर से चूके तो दूसरा मौका नहीं दिया जाएगा
इसके साथ ही एनटीए ने उम्मीदवारों को बड़ा झटका भी दिया है। एनटीए ने कहा है कि यदि कोई नियंत्रण से परे कारणों जैसे किसी उम्मीदवार की बोर्ड परीक्षा के कारण जेईई मेन प्रवेश परीक्षा छूट गई है, तो उसे पूरे एक वर्ष तक इंतजार करना पड़ेगा। यानी कि अगर कोई परीक्षार्थी परीक्षा देने से चूक जाता है तो उसे इस साल दूसरा मौका नहीं दिया जाएगा।
दोनों चरण की परीक्षा में भाग लेना जरूरी नहीं
एनटीए ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह जरूरी नहीं है कि उम्मीदवार दोनों चरण की परीक्षा में भाग लें। वे किसी एक चरण की परीक्षा में भी भाग ले सकते हैं। यदि वे दोनों चरण में भाग लेते हैं तो इससे उन्हें अपना स्कोर सुधार करने में मदद मिलेगी। उम्मीदवार अपने बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार, जेईई मेन 2022 की परीक्षा के किसी एक चरण में भी भाग ले सकते हैं।
जेईई मेन परीक्षा में होंगे दो पेपर
संयुक्त प्रवेश परीक्षा, जेईई मेन में दो पेपर शामिल होंगे। जेईई मेन का पेपर-1 एनआईटी, आईआईआईटी, अन्य केंद्रीय वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों (सीएफटीआई), और केंद्रीय विश्वविद्यालयों तथा राज्य सरकारों द्वारा वित्त पोषित / मान्यता प्राप्त अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग प्रोग्राम बीई / बीटेक में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाएगा। जबकि पेपर-2 देश भर के आर्किटेक्चर इंजीनियरिंग संस्थानों में बीआर्क और बी प्लानिंग पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आयोजित किया जाता है। इनके स्कोर के आधार पर जेईई एडवांस परीक्षा के माध्यम आईआईटी संस्थानों में दाखिले मिलेंगे।
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