फिल्मों में अपनी बेहतरीन कॉमेडी से नाम कमा चुके एक्टर जावेद जाफरी आज 57 साल के हो गए हैं। 4 दिसंबर, 1963 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्मे जावेद का पूरा नाम सैयद अहमद जावेद जाफरी है। जावेद जाफरी मशहूर कॉमेडी एक्टर जगदीप जाफरी के बेटे हैं, लेकिन उन्होंने आज इंडस्ट्री में जो मुकाम पाया है, उसमें उनकी अपनी मेहनत छुपी है।
मल्टी टैलेंटेड हैं जावेद
जावेद जाफरी एक मल्टी टैलेंटेड एक्टर हैं। वो अपनी कमाल की कॉमिक टाइमिंग के लिए तो मशहूर हैं ही, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि जावेद डासिंग, राइटिंग के अलावा बहुत अच्छे मिमक्री आर्टिस्ट भी हैं। उन्हें इंडस्ट्री में पहचान भी अपनी सबसे अलग डांसिंग स्टाइल की वजह से मिली थी और उसके बाद और भी कई फिल्मों में उनका जलवा देखने को मिला।
बूगी-वूगी ने दिलााई थी खास पहचान
इसके अलावा जावेद वीजे और विज्ञापन निर्माता भी रहे हैं। उन्होंने ‘मेरी जंग’ फिल्म से डेब्यू किया, जिसमें वे नेगेटिव रोल में थे, इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं। टीवी के पॉपुलर डांस रिएलिटी शो ‘बूगी—वूगी’ ने उन्हें खास पहचान दिलाई थी। साथ ही वो कई नेशनल और इंटरनेशनल शो में अपनी एंकरिंग और जॉकीइंग के लिए भी नाम कमा चुके हैं।
कभी नहीं लिया पिता के नाम का सहारा
जावेद के पिता जगदीप को आप ‘शोले’ और ‘अंदाज अपना-अपना’ जैसी कई फिल्मों में देख चुके हैं। शोले के अपने किरदार की वजह से ही वो हर जगह सूरमा भोपाली के नाम से पहचाने जाने लगे थे। मगर जावेद ने इंडस्ट्री में जड़े जमाने के लिए कभी भी अपने पिता के नाम का इस्तेमाल नहीं किया। ये टैलेंट ही है जिसके दम पर वो आज इस मुकाम पर पहुंच पाए हैं।
अपने पिता की इस आदत से खफा थे जावेद
ऐसा कहा जाता है कि शुरूआत में जावेद के अपने पिता से संबंध ठीक नहीं थे। दरअसल उनके पिता जगदीप को जुआ खेलने और शराब पीने की लत थी, जो कि जावेद को बिल्कुल नापसंद थी। उनके पिता ने किसी समय में शराब छोड़ भी दी थी, लेकिन वो फिर से इसके आदी हो गए थे। इन्हीं आदतों के चलते जावेद पिता से नफरत करने लगे थे। हालांकि अब दोनों के रिश्ते ठीक हैं।
पॉलिटिक्स में भी आज़माया हाथ
जावेद जाफरी एक बहुत अच्छे वक्ता भी हैं। वो अपनी बातों को काफी मज़ेदार और सटीक अंदाज़ में कहने में माहिर हैं। उन्होने साल 2014 के लोकसभा चुनावों से राजनीति में कदम रखा था। आम आदमी पार्टी के टिकट पर लखनऊ से बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा, जिसमें वो हार गए थे। आखिर बार वो फिल्म ‘लुप्त’ में नज़र आए थे।