वर्तमान में आईसीसी मैच रेफरी व पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ आज 31 अगस्त को अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक दशक से भी ज्यादा समय तक टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाले श्रीनाथ भारत के सबसे सफल तेज गेंदबाजों में शामिल हैं। वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 300 से अधिक विकेट लेने वाले पहले भारतीय तेज गेंदबाज भी हैं। श्रीनाथ बहुत ही शांत स्वभाव के व्यक्ति रहे हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को अपने जीवन के अमूल्य 11 साल दिए और इस दौरान टीम के प्रमुख गेंदबाज की भूमिका को साबित करते हुए कई बार जीत दिलाईं। उनके नाम कुछ अहम रिकॉर्ड भी दर्ज़ हैं। इस ख़ास अवसर पर जानिए उनके प्रेरणादायी जीवन के बारे में कुछ दिलचस्प बातें…
श्रीनाथ का बचपन से क्रिकेट के प्रति रहा झुकाव
पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ का जन्म 31 अगस्त, 1969 को कर्नाटक राज्य के मैसूर जिले में हुआ था। श्रीनाथ का बचपन से ही क्रिकेट के प्रति गहरा लगाव था। उनकी शिक्षा मैसूर के मारीमल्लप्पा हाई स्कूल में हुईं। इसके बाद में उन्होंने मैसूर के जयचामाराजेंद्र कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग (एसजेसीई) से इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त कीं। श्रीनाथ ने वर्ष 1999 में ज्योत्सना से शादी की, लेकिन जल्द ही दोनों का तलाक़ हो गया। इसके बाद श्रीनाथ ने साल 2008 में दूसरी शादी पत्रकार माधवी पत्रावली से की।
पहले ही प्रथम श्रेणी मैच में हैट्रिक लेकर बने सुर्खी
वर्ष 1989-90 में जवागल श्रीनाथ ने कर्नाटक की ओर से हैदराबाद के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने इस मैच की पहली पारी में हैट्रिक ली और इसके साथ ही वह चर्चा में आ गए थे। उन्होंने छह मैचों में 25 विकेट लेकर खुद को साबित भी कर दिखाया था। अपने समय में प्रसिद्ध तेज गेंदबाजों में शामिल रहे श्रीनाथ अपनी तेज गेंदबाजी से विपक्षी टीम के बल्लेबाजों में खौफ पैदा करने का दम रखते थे। वह ऐसे गेंदबाज थे, जो एक ओवर में सभी 6 गेंद अलग-अलग तरह के डालने की क्षमता रखते थे। इस तरह की गेंदबाजी उन्हें खास बनाती थी और उनकी ताकत भी थी।
आज भी भारत के ‘सुपर फास्ट’ गेंदबाज हैं श्रीनाथ
पूर्व भारतीय गेंदबाज जवागल श्रीनाथ भारतीय टीम के ‘सुपर फास्ट’ गेंदबाज थे। उन्होंने अपने करियर में बहुत बार 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कीं। वर्ष 1999 में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में हुए विश्वकप के एक मैच के दौरान उन्होंने 154.5 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी, जो भारत की ओर किसी अब तक किसी तेज गेंदबाज द्वारा फेंकी गई सबसे तेज गेंद है।
सबसे पहले 300 विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज
पूर्व क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ भारत की ओर से एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे पहले 300 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। श्रीनाथ अपने क्रिकेट करियर में वर्ष 1992, 1996, 1999 और 2003 के विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा रहे। उन्होंने विश्वकप में कुल 44 विकेट अपने नाम किए। श्रीनाथ ने अपने इंटरनेशनल करियर में कुल 555 विकेट (टेस्ट मैच में 236 और वनडे में 319 विकेट) लिए हैं। उन्होंने कुल 295 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले, जिसमें 266 मैच वनडे और 67 टेस्ट मैच शामिल हैं।
गांगुली ने संन्यास लेने के बाद फिर से टीम में शामिल किया
वर्ष 2002 में ही जवागल श्रीनाथ ने इंटरनेशनल किक्रेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन साल 2003 के विश्वकप में भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली के विशेष आग्रह पर वह टीम में वापस लौटे आए। एक दिलचस्प बात ये है कि श्रीनाथ विश्वकप में सबसे ज्यादा बार नॉटआउट रहने वाले स्टीव वॉ के बाद दूसरे बल्लेबाज हैं।
वर्ष 2003 के विश्वकप के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके बाद भी श्रीनाथ ने क्रिकेट नहीं छोड़ा और उससे जुड़े रहे। वर्ष 2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने उन्हें मैच रेफरी के रूप में चुना। श्रीनाथ ने अबतक 63 टेस्ट, 229 वनडे और 112 T-20 मैचों में मैच रेफरी की भूमिका निभाई है। जवागल श्रीनाथ को वर्ष 1999 में भारत सरकार द्वारा उनकी उपलब्धियों के लिए ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया गया।
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