देश के जम्मू कश्मीर राज्य में मौजूद आतंकियों का सफाया करने के लिए भारतीय सुरक्षाबल पूरी ताकत के साथ लगे हुए हैं। उसका ही नतीजा है कि साल के पहले छह महीनों में यहां करीब सवा सौ आतंकियों का खात्मा कर दिया गया है। अब दक्षिणी कश्मीर में अनंतनाग के रूनीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए हैं। मुठभेड़ में मारे गए इन आतंकियों के पास से एक एके 47 राइफल और 2 पिस्तौल बरामद की गई हैं। फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
कई घंटे चली मुठभेड़, जवाबी कार्रवाई में आतंकियों का खात्मा
आपको जानकारी के लिए बता दें कि रूनीपोरा इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर एसओजी, सेना की 19-आरआर(राष्ट्रीय राइफल्स) और सीआरपीएफ ने तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान खुद को घिरा देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। इसके बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। इससे पहले आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच कई घंटे तक मुठभेड़ चली थी। जवाबी कार्रवाई में मारे गए इन तीन आतंकियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। बता दें कि दक्षिणी कश्मीर में इस महीने 13वीं मुठभेड़ हुई है, जिनमें कुल 36 आतंकी मारे जा चुके हैं।
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जम्मू संभाग का डोडा जिला पूरी तरह से आतंक मुक्त
जम्मू-कश्मीर राज्य के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि अनंतनाग में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी और हिजबुल कमांडर मसूद मारा गया है। उन्होंने कहा कि मसूद के मारे जाने के बाद जम्मू संभाग का डोडा जिला पूरी तरह से आतंक मुक्त हो गया है। उन्होंने कहा कि मसूद दुष्कर्म का आरोपी था, जोकि फरार चल रहा था। इसके बाद वह हिजबुलमुजाहिदीन में शामिल हो गया और कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को लिप्त था।