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हर साल 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ पर आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड का सभी को खास इंतज़ार रहता है। इस बार ये कार्यक्रम और भी कई वजहों से काफी खास होने वाला है। जिनमें नारी शक्ति का प्रदर्शन काफी आकर्षक होने वाला है। बता दें कि 70 वें गणतंत्र दिवस की परेड में ऐतिहासिक डेयरडेविल टीम के तहत असम राइफल्स की एक टुकड़ी की अगुवाई में शानदार नारी शक्ति का प्रदर्शन होगा। इसके अलावा खास बात यह होगी कि एक अकेली महिला अधिकारी बाइक पर स्टंट करती हुई नज़र आएगी।
बता दें कि ये पहली बार है जब असम राइफल्स की महिला गणतंत्र दिवस की परेड में भाग ले रही हैं। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में जयपुर की मेजर खुशबु कंवर 147 महिला सैनिकों के दस्ते का नेतृत्व करेंगीं। पिछले 6 महीने से ये दस्ता लगातार कड़ा अभ्यास कर रहा है, जिसे देखकर ये साफ कहा जा सकता है कि जब यह मार्चिंग दस्ता राष्ट्रपति मंच के सामने से सलामी देते हुए गुजरेगा तो सभी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा। गौरतलब है कि असम राइफल्स की स्थापना 1835 में हुई थी।
कौन है खुशबू कंवर :
वर्तमान में मणिपुर के उखरुल में मेजर के पद पर तैनात खुशबू कंवर का जन्म जयपुर के शेखावत परिवार में हुआ और फिर वो हरियाणा के भिवानी जिले की बहू बनी। उनके ससुर महेंद्र सिंह सेना के कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हैं, वहीं उनके पति मेजर राहुल तंवर ने साल 2010 में सेना में कमीशन प्राप्त किया और 2016 में वो मेजर बने। खुशबू कंवर ने साल 2012 में कमीशन प्राप्त किया था। एमबीए कर पढ़ाई कर चुकीं खुशबू का रुझान शुरू से ही सेना की तरफ था और वे 2018 में मेजर बनी।
खुशबू ने बताया कि इस मार्चिंग दस्ते को ट्रेंड करने के लिए असम राइफल्स के नागालैंड स्थित असम राइफल्स ट्रेनिंग सेंटर सुखोवी में 3 महीने तक कड़ा अभ्यास किया और पिछले 3 महीने से वो दिल्ली में लगातार प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने महिला दस्ते के साथ प्रतिदिन 8 से 10 घंटे अभ्यास और 12 से 18 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं। वहीं गांववासियों को इस बात पर गर्व है कि उनके गांव की बहू खुशबू राजपथ पर पूरे राष्ट्र के सामने यह गौरवशाली उपलब्धि प्राप्त करेगी।