लोकसभा चुनावों को लेकर जहां विपक्ष कथित महागठबंधन के बैनर तले एकजुट हो रहा है वहीं राजनीतिक गलियारों में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाए जाने की चर्चाएं भी गरम है। हाल में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी की तारीफों का पुल बांधते हुए प्रधानमंत्री पद के लिए उनको योग्यता सर्टिफिकेट जारी किया।
पटना के गांधी मैदान में हुई एक रैली में तेजस्वी बोले “राहुल गांधी में पीएम बनने की सारी योग्यताएं हैं। राहुल में कोई कमी नहीं है, बस कांग्रेस के ऊपर यह जिम्मेदारी है कि कैसे और लोगों को जोड़ा जाए। वैसे यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी में प्रधानमंत्री की योग्यताएं पाए जाने के दावे किए जा रहे हैं और तेजस्वी ऐसे पहले नेता नहीं है जिसने राहुल गांधी को पीएम के लिए फिट चॉइस वाला सर्टिफिकेट दिया है।
इससे पहले भी कई नेताओं ने राहुल को प्रधानमंत्री बनने के लिए समर्थन और योग्यताएं होने का दावा किया है, हालांकि कई नेताओं ने राहुल को अभी और सीखने की नसीहत भी दी हुई है।
आइए एक सरसरी नजर डालते हैं उन नेताओं के बयान पर जिनके बाद राहुल के पीएम बनने की चर्चाएं हर बार तेज हो जाती है।
इन्होंने दिया प्रधानमंत्री के लायक होने वाला सर्टिफिकेट
खुद राहुल गांधी –
जी हां, यह बात कहने वाले पहले इंसान खुद राहुल गांधी ही है, जिन्होंने प्रधानमंत्री बनने की मंशा जाहिर की है। मई 2018 में बेंगलुरु के एक कार्यक्रम में बोलते हुए क्या आप प्रधानमंत्री बनेंगे वाले सवाल पर राहुल ने जवाब दिया कि अगर कांग्रेस या गठबंधन 2019 के चुनाव में जीतकर आता है तो वो जरूर प्रधानमंत्री बनना चाहेंगे, हालांकि उन्होंने कांग्रेस पार्टी की परफॉर्मेंस को ही अपनी इच्छा का आधार बताया।
इससे पहले भी राहुल ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में कॉलेज स्टूडेंट्स से बात करते हुए कहा था कि अगर पार्टी चाहेगी तो वो जरूर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
उत्तर प्रदेश के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने देखी वो काबिलियत
उत्तर प्रदेश के मंत्री और राज्य में बीजेपी के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनने के लायक हैं। हालांकि आगे वो यह बोले कि अंतिम फैसला तो खैर इस देश की जनता के हाथ में ही है कि भारत का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी
कर्नाटक में कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार के मुखिया कुमारस्वामी ने राहुल गांधी में एक राजनेता वाली परिपक्वता देखी। कुमारस्वामी बोले कि चुनाव के बाद उनकी पार्टी का मिशन राहुल गांधी को शीर्ष पद पर देखना है। मेरा फैसला है कि हम राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में समर्थन देना चाहते हैं। यह हमारी प्रतिबद्धता है।
हालांकि आगे उन्होंने कहा कि मैंने क्षेत्रीय दलों में भी कई समर्थ नेताओं को देखा है जैसे मायावती, ममता बनर्जी लेकिन हमारी पार्टी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
द्रमुक नेता एमके स्टालिन
डीएमके नेता एमके स्टालिन ने भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को विपक्ष से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी बनाए जाने का इच्छा जाहिर की थी। स्टालिन बोले, ‘कुछ लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि मैं क्यों राहुल गांधी का नाम प्रधानमंत्री के प्रत्याशी के रूप में कर रहा हूं। इसमें गलत क्या है? यदि हम प्रस्तावित नहीं करेंगे तो कौन करेगा? क्या कोई इससे इनकार कर सकता है?
आखिर में कांग्रेस क्या कहती है ये जानना भी जरूरी है
कांग्रेस का इन सारे कयासों के बीच कहना है कि वह चुनाव के दौरान राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए प्रोजेक्ट नहीं करेगी, क्यों नहीं करेगी इसका कारण नहीं बताया वैसे, हां अगर 2019 के चुनाव में भाजपा की हार होती है तो वह अपने गठबंधन सहयोगियों की इच्छाओं का सम्मान करते हुए फैसला लेगी।