ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह सैय्यद अली खामनेई ने दूसरे देशों की कई प्रमुख भाषाओं में अलग-अलग ट्विटर अकाउंट बनाए हैं, जिसमें हिंदी भाषा का अकाउंट भी शामिल है। ख़ास बात यह है कि खामनेई के इस अकाउंट का नाम भी हिंदी मे है और इससे हिंदी भाषा में ही ट्वीट किए जा रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस अकाउंट से दो ही ट्वीट किए गए हैं। पहला ट्वीट था, ‘अल्लाह के नाम से, जो अत्यंत कृपाशील और दयावान है।’
खामनेई ने हिंदी के साथ ही इन भाषाओं में बनाए अकाउंट
ईरानी नेता आयतुल्लाह सैय्यद अली खामनेई ने हिंदी के साथ-साथ जिन अन्य भाषाओं में ट्विटर अकाउंट बनाए हैं, उनमें फारसी, अरबी, उर्दू, फ्रेंच, स्पेनिश, रूसी और अंग्रेजी भाषाएं शामिल हैं। हालांकि, खामनेई के हिंदी अकाउंट से अभी तक किसी भारतीय नेता को फॉलो नहीं किया गया है। बल्कि, उनके इस अकाउंट से अलग-अलग भाषाओं के अपने ही अकाउंट को फॉलो किया गया है। सर्वोच्च ईरानी नेता का हिंदी ट्विटर अकाउंट इसलिए भी अहम है, क्योंकि भारत के साथ उसके संबंध बहुत पुराने और महत्वपूर्ण रहे हैं। आपको जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका की ओर से व्यापार प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद दोनों देशों के संबंधों को चाबहार पोर्ट और चाबहार-जहेदान रेल लिंक परियोजना ने नए आयाम दिए हैं।
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2019 में खामनेई के अकाउंट पर प्रतिबंध की हुई थी मांग
ऐसा नहीं है कि आयतुल्लाह सैय्यद अली खामनेई के ट्विटर अकाउंट पहली बार चर्चा में आए हों, इससे पहले कुछ ईरानी कार्यकर्ताओं ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। यह मांग पिछले साल यानी वर्ष 2019 में ईंधन की बढ़ती कीमतों और अन्य मामलों में बढ़ते सरकार विरोधी प्रदर्शनों को रोकने के लिए ईरानी सरकार की ओर से इंटरनेट बंद करने पर की गई थी। वहीं, इस साल फरवरी माह में अमेरिका के रिपब्लिकल सीनेटरों के एक समूह ने ट्विटर से खामनेई और ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जारिफ का अकाउंट बंद करने का अनुरोध किया था।