दावेदारी की प्रक्रिया 2022 में शुरू होगी और मेजबानी के करने वाले शहरों के नाम 2025 तक सामने आ जाएंगे
अगर सबकुछ ठीक रहा तो साल 2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी भारत को मिल सकती है। जी हां भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन यानी आईओए ने 2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपनी ओर से दावेदारी पेश की है। आईओए अध्यक्ष नरीन्द्र बत्रा ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमिटी के मुखिया थॉमस बाश से मुलाकात कर ओलंपिक खेलों की दावेदारी पेश की है। भारतीय ओलंपिक संघ के सेक्रेट्री जनरल राजीव मेहता ने ओलंपिक कमिटी के तीन सदस्यों से कुछ दिनों पहले ही टोक्यो में मुलाकात कर ये प्रस्ताव रखा है जहां कमिटी ने भारत की दावेदारी का स्वागत भी किया है।
मेहता ने समाचार एजेंसियों को बताया है कि भारतीय ओलंपिक संघ ने ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों को चिन्हित भी कर लिया है और अन्य शहरों को भी संघ लाइनअप करने में लगा है। आधिकारिक रूप से पहली बार भारत ने ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कमिटी के समक्ष इच्छा जताई है।
बता दें कि दावेदारी की प्रक्रिया 2022 में शुरू होगी और मेजबानी के करने वाले शहरों के नाम 2025 तक सामने आ जाएंगे। भारत से पहले इंडोनेशिया 2032 ओलंपिक खेलों की दावेदारी जता चुका है। इसके अलावा आॅस्ट्रेलिया और चीन भी दावेदारों में सबसे उपर है वहीं जर्मनी और उत्तर एवं दक्षिण कोरिया सामूहिक रूप से इन खेलों को अपने यहां आयोजित करने की दावेदारी जता रहे हैं।
खेल मंत्रालय ने अभी तक नहीं दिखाई कोई रूचि
मेहता ने बताया कि भारत सरकार और खेल मंत्रालय ने मेजबानी को लेकर अपनी ओर से अभी तक कोई रूचि नहीं दिखाई है। उन्होनें कहा है कि भारतीय ओलंपिक संघ ने अपनी ओर से दावेदारी जताने की प्रक्रिया को लेकर तैयारी कर ली है मगर इसके बाद में सबकुछ भारत सरकार के हाथ में है कि वो दुनिया के सबसे बड़े खेलों को अपने यहां आयोजित कराने के लिए कितने तत्पर है।