भारतीय सिनेमा में स्टंट और एक्शन कोरियोग्राफर वीरू देवगन नहीं रहे

Views : 6358  |  0 minutes read

भारतीय सिनेमा बॉलीवुड में धांसू एक्शन के जरिए फिल्मों को एक नए आयाम तक पहुंचाने वाले अजय देवगन के पिता वीरू देवगन का आज 27 मई को सुबह निधन हो गया। खबरों में मुताबिक उनका निधन हृदयाघात से हुआ। वह पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे ​थे और उनका इलाज मुंबई के सांताक्रुज अस्पताल में चल रहा था। वीरू देवगन का अंतिम संस्कार आज शाम को मुंबई के विले पार्ले में होगा।

वीरू देवगन पंजाब के अमृतसर के रहने वाले थे। वह फिल्म अभिनेता अजय देवगन के पिता थे। उन्होंने बॉलीवुड में एक्शन सीन निर्देशक, अभिनेता, पटकथा लेखक, निर्माता और सहायक निर्देशक के रूप में कार्य किया ​था। उन्होंने 1967 में फिल्म ‘अनीता’ से बतौर स्टंटमैन ऑफ बॉलीवुड में डेब्यू किया था।

एक्शन सीन निर्देशक के रूप में कार्य

वीरू देवगन ने बॉलीवुड हिन्दी फिल्मों में लगभग 80 से अधिक फिल्मों में बतौर एक्शन सीन निर्देशक कार्य किया है। वीरू देवगन ने ‘आज का अर्जुन’, ‘राम तेरी गंगा मैली’, ‘विजय पथ’, ‘दिलजले’, ‘एक ही रास्ता’, ‘प्रेम रोग’, ‘आखिरी रास्ता’, ‘सोने पे सुहागा’, ‘खून भरी मांग’ जैसी कई फिल्मों के स्टंट सीन भी निर्देशित किए।

वीरू देवगन ने केवल तीन फिल्मों में बतौर अभिनेता के रूप में ​अभिनय किया था। इन फिल्मों में ‘क्रांति’, ‘सौरभ’ और ‘सिंहासन’ शामिल हैं।

फिल्म निर्देशक और निर्माता के रूप में कार्य किया

एक्शन सीन निर्देशन करने के अलावा वीरू देवगन ने साल 1999 में ‘हिंदुस्तान की कसम’ फिल्म का निर्देशन और निर्माण किया। इसके बाद उन्होंने ‘ये दिल क्या करें’ और ‘सिंहासन’ फिल्मों का निर्माण भी किया था। उन्होंने ‘विश्वात्मा’ और ‘मेरा पति सिर्फ मेरा है’ फिल्म में बतौर सहायक निर्देशक के तौर पर काम किया। उन्होंने अपने बेटे अजय देवगन की फिल्म ‘जिगर’ की पटकथा लिखी, जो वर्ष 1992 में रिलीज हुई थी।

फिल्मों में आने से पहले गाड़ियां साफ करते थे वीरू

मुंबई के कोलीवाड़ा में रहने के दौरान वीरू देवगन को अभिनेता बनने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने कई स्टूडियोज के चक्कर लगाए। जब काम नहीं मिला तो उन्होंने पैसा कमाने के लिए लोगों की गाड़ियां भी साफ कीं, कारपेंटर की नौकरी भी की। बावजूद इतनी मेहनत के वीरू को बतौर अभिनेता सफलता नहीं मिल पाई।

वे खुद तो एक सफल अभिनेता नहीं बने पर उन्होंने अपने बेटे अजय देवगन को जरूर इस मुकाम तक पहुंचा दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीरू को पब्लिक इवेंट्स और पार्टीज में जाना ज्यादा पसंद नहीं था। जानकारी के मुताबिक उन्हें पब्लिक में आखिरी बार फरवरी 2019 में अजय देवगन की फिल्म ‘टोटल धमाल’ की स्क्रीनिंग के मौके पर देखा गया।

COMMENT