भारत अब आए दिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को आड़े हाथों ले रहा है। संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भारत ने कुछ ही घंटों में पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश कर दिया। भारत की ओर से नई महिला अधिकारी विदिशा मैत्रा ने यूएन में पाकिस्तान को खरी—खोटी सुनाई। विदिशा भारत की प्रथम सचिव है। विदिशा यूएन मिशन में भारत की सबसे नई अधिकारी हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से विदिशा ने पूछे ये सवाल
विदिशा ने यूएन में भारत की ओर से बोलते हुए कुछ ही घंटों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के झूठ की धज्जियां उड़ा दी। विदिशा मैत्रा ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान को खरी—खरी सुनाई। विदिशा ने पूछा कि क्या इमरान खान इस बात से इनकार कर सकते हैं कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी करार दिए गए 130 दहशतगर्द और 25 संगठन पाकिस्तान में रहते हैं?
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी करार दिए गए शख्स को पेंशन देता है। विदिशा ने कहा कि मानवाधिकारों की आवाज बुलंद करने का दावा करने वाले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की संख्या 23 फीसदी से घटकर 3 फीसदी रह गई है। विदिशा ने जिस अंदाज में पाकिस्तान से सवाल—जवाब किए वो देखने लायक था। आज विदिशा का ये वीडियो दुनियाभर में देखा जा रहा है।
#WATCH Vidisha Maitra, First Secretary MEA exercises India's right of reply to Pakistan PM Imran Khan's speech says, "Can Pakistan PM confirm the fact it is home to 130 UN designated terrorists and 25 terrorist entities listed by the UN, as of today?" pic.twitter.com/vGFQH1MIql
— ANI (@ANI) September 28, 2019
2009 में सिविल सर्विसेज में आई विदिशा, मिला बेस्ट ऑफिसर का अवॉर्ड
विदिशा मैत्रा 2009 बैच की भारतीय विदेश सेवा ऑफिसर हैं। विदिशा ने वर्ष 2008 में सिविल सर्विसेज की परीक्षा में 39वां रैंक हासिल किया था। 2009 में उनकी ट्रेनिंग हुई। ट्रेनिंग के दौरान विदिशा को बेस्ट ट्रेनिंग अधिकारी के रूप में सम्मानित किया गया।
विदिशा को संयुक्त राष्ट्र में पोस्टिंग के बाद उन्हें सुरक्षा परिषद रिफॉर्म से जुड़े मुद्दे देखने की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। विदिशा यहां सिक्योरिटी काउंसिल से जुड़े मुदृे देखती हैं। साथ ही राजनीतिक मिशन में भी उनकी भूमिका अहम रहती है।
इसके अलावा गुट निरपेक्ष देशों के साथ समन्वय, शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की जिम्मेदारी भी विदिशा के पास है। वह संयुक्त राष्ट्र के जरिए दुनिया की जानी—मानी यूनिवर्सिटीज और शिक्षण संस्थान से संपर्क बनाए रखती हैं।