भारतीय खेल जगत में आज का दिन बेहद खास माना जाता है। हमारे देश में 29 अगस्त को ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन 29 अगस्त को उनके सम्मान में ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ घोषित किया गया। ध्यानचंद का नाम खेलों की दुनिया में बेहद सम्मानपूर्वक लिया जाता है। मेजर ध्यानचंद ने भारत को लगातार तीन ओलंपिक गेम्स में स्वर्ण पदक दिलवाए थे, जिसके बाद भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलीं। राष्ट्रीय खेल दिवस पर पढ़िए खेल के मैदान में प्रेरित करने वाले ये मोटिवेशनल मैसेज…
इन मैसेज के साथ करें खुद को मोटिवेट
1. खेल जहा जंग है, तो हुनर वहां तलवार।
शीश, कबंध बट जाए, करो ऐसा वार।।
2. सूने पड़े हैं साहब, मोहल्लों के पार्क
क्योंकि पार्कों की रौनक बच्चे,
अभी मोबाइल गेम्स में व्यस्त हैं।
3. जो कहते थे कि सिर्फ घर संभालना है औरतों का काम
देखो किस तरह आज बेटिया भी कर रही खेलों में विश्व में नाम
4. यह आसमान भी आएगा जमीन पर
बस इरादों में जीत की गूंज होनी चाहिए
5. हार या जीत तो सिर्फ एक वक़्त होगा
पर खेलने से आजीवन हमारा शरीर स्वस्थ होगा।
6. हार या जीत को दिल से ना लगाना।
सब कुछ भुला के बस खेलते जाना।।
7. हार भी जाओ तो ग़म ना करो
फिर से खेलो मगर हौसला कम ना करो।
8. खेलने के फायदे सबको समझना चाहिए
माँ-बाप को बच्चों को खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
9. खेल कर ही स्वस्थ तन और मन पायेगा
वरना शरीर का ढांचा बिगड़ जायेगा।
10. फिर नहीं मिलेंगे खेलने के मौके
बच्चों को खेलने दें उन्हें ना रोकें।
11. खेलों का महत्व समझती हैं नानी-दादी
इसीलिए उस जमाने में खेलने की थी आज़ादी।
12. खेल-कूद है स्वास्थ्य का मूल
इनमें भाग लेकर बनाओ जीवन अनूकुल।
13. स्मार्टफोन लाते हैं केवल बर्बादी
इसलिए बच्चों को दे बाहर खेलने की आज़ादी।
14. खेल-कूद का करो विचार
यह देता है स्वस्थ्य जीवन जीने का अधिकार।
15. आज के समय में दिख रहा है खेल-कूद का आभाव
यही कारण है कि युवाओं में नही दिख रहा सेहतमंदी का प्रभाव।
16. जैसे-जैसे हो रहा है खेल-कूद की प्रवृति का लोप
वैसे-वैसे दिख रहा है रोगो का स्वास्थ्य पर कोप।
17. खेलने कूदने का लो संकल्प
स्वस्थ्य रहने का है यही विकल्प।
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