भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानि एलएसी पर जारी विवाद को देखते हुए मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह बैठक आज बुधवार को शाम पांच बजे बाद हो सकती है, जिसमें कई प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे। आपको बता दें कि यह बैठक मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा चीन के साथ विवाद पर लोकसभा में दिए गए बयान के बाद हो रही है।
विपक्ष द्वारा एलएसी विवाद पर विस्तार से चर्चा की मांग
वर्तमान में चल रहे संसद सत्र में मोदी सरकार की ओर से चीन के साथ एलएसी पर जारी विवाद को लेकर रक्षा मंत्री ने बयान दिया, लेकिन विपक्ष की ओर से पूरे विवाद पर विस्तार से चर्चा की मांग की जा रही थी। जिसको लेकर कांग्रेस ने लोकसभा में विरोध भी जताया, अब केंद्र सरकार की ओर से चर्चा के लिए इस बैठक को बुलाने पर जोर दिया गया है। इससे पहले जब मॉनसून सत्र की शुरुआत हुई और प्रश्नकाल को रद्द किया गया था, तब भी कांग्रेस, टीएमसी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरा।
चीन की एलएसी पर मौजूदा स्थिति को बदलने की कोशिश
संसद सत्र के दौरान मंगलवार को लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा था कि लद्दाख में स्थिति गंभीर है और चीन एलएसी की मौजूदा स्थिति को बदलने की कोशिश कर रहा है। राजनाथ ने अप्रैल से अब तक की सभी जानकारी देते हुए कहा कि हम इस विवाद को बातचीत से सुलझाना चाहते हैं, लेकिन अगर परिस्थिति बदली तो भारतीय सेना तैयार है।
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आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस और सभी विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर है। राहुल जहां हर दिन ट्विटर के जरिए केंद्र सरकार पर चीन विवाद पर गुमराह करने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, बुधवार को भी राहुल गांधी ने सरकार के अलग-अलग बयान दिए जाने का दावा किया। बुधवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय ने एक जवाब में कहा कि पिछले छह महीने में चीन सीमा पर किसी तरह की घुसपैठ नहीं हुई है।