भारत में कुदरत साल दर साल अपना कहर बरपा रही है जिसके बेहद चौंका देने वाले आंकड़े एक रिपोर्ट में पेश किए गए हैं। भारत दुनिया के उन देशों में शामिल हो गया है जिसे हाल ही में कुदरत की सबसे ज्यादा मार पड़ी है। साल दर साल यहां मौसम बदल रहा है और आने वाले समय में इसके और भी ज्यादा भयानक परिणाम यहां देखने को मिल सकते हैं।
जर्मनी की एक संस्था द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार भारत में पिछले साल बाढ़, अतिवृष्टी और तूफानों के कारण 2,736 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। प्यूर्टो रिको जहां 2017 में आए खतरनाक तूफान मारिया के कारण 2978 लोग मारे गए थे उसके बाद भारत कुदरत का कहर देखने वाला दूसरा देश बन गया है। पोलैंड में क्लाइमेट चेंज को लेकर चल रही कांफ्रेंस में पेश की गई रिपोर्ट् में ये बातें सामने आई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि साल दर साल यहां प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा 29 प्रतिशत तक बढ़ा है। इस रिपोर्ट में ही भारत को क्लाइमेट चेंज की चपेट में आने वाला 14 राष्ट्र भी घोषित किया गया है।
अध्ययन के मुताबिक भारत ने पिछले 20 सालों में मौसम की भयावह त्रासदी झेली है जिसमें औसतन 3660 लोगों ने एक साल में अपनी जान गंवाई है और कुल मिलाकर 73,212 इन 20 सालों में अपनी जान गंवा चुके हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में भारतीय तटों से टकराए भीषण तूफान पहले से ज्यादा ताकतवर थे जो आने वाले समय में और भी ज्यादा प्रबल होंगे। रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि यदि सरकार सही समय पर नहीं जागी तो परिणाम ज्यादा घातक साबित हो सकते हैं।