भारत ने यूके आने-जाने वाली सभी उड़ानों पर 31 दिसंबर तक के लिए लगाई रोक

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दुनियाभर के कई देश महीनों बाद भी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं। इस वायरस का एक नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के बाद दुनिया के कई देश अपने यहां फिर से पाबंदियां लगा रहे हैं। कोरोना वायरस के नए प्रकार के सामने आने और उसके तेजी से बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए भारत ने यूके आने-जाने वाली सभी उड़ानों पर 22 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक के लिए रोक लगा दी है। इस बीच एयर इंडिया ने यात्रियों को एकमुश्त मुफ्त रिशेड्यूल करने की सुविधा भी दी है। यह पेशकश 31 दिसंबर, 2021 तक यात्रा करने के लिए की गई है। इस बीच बुक कराई गई हवाई टिकट पर एक बार रिशेड्यूल व कैंसिलेशन के लिए कोई जुर्माना नहीं लगेगा।

वायरस के नए प्रकार स्ट्रेन ने कहर बरपाना शुरू किया

भारत सरकार ने ब्रिटेन की सरकार द्वारा वायरस के नए प्रकार स्ट्रेन के नियत्रंण से बाहर होने की चेतावनी जारी करने के बाद कड़े प्रतिबंध की घोषणा की है। सरकार ने देश को इसकी चपेट में आने से बचाव के लिए कदम उठाए हैं। इसके लिए संयुक्त निगरानी समूह की एक बैठक भी बुलाई गई। ब्रिटेन सरकार ने खुद माना है कि कोरोना वायरस के नए प्रकार स्ट्रेन ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसलिए ब्रिटेन सरकार ने टियर-4 के प्रतिबंध का ऐलान किया है। आपको बता दें कि टियर-4 सबसे कड़ा प्रतिबंध है, जिसे ब्रिटेन के कुछ इलाकों में लगाने का ऐलान किया गया है।

केवल चयनित उड़ानों को ही संचालन की अनुमति होगी

कोरोना वायरस महामारी के कारण नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने भारत में शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों की आवाजाही पर प्रतिबंध 31 दिसंबर तक बढ़ाया है। लेकिन इस दौरान वंदे भारत मिशन के तहत जाने वाली उड़ानें पहले की तरह ही जारी रहेंगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 30 नवंबर तक प्रतिबंध था। डीजीसीए के आदेश के अनुसार, केवल चयनित उड़ानों को ही संचालन की अनुमति होगी। आपको जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना वायरस की सबसे बड़ी लहर के दौरान देश के बाहर फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘वंदे भारत मिशन’ चलाया गया और कई देशों के साथ एयर बबल करार भी किया था।

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